सोशल मीडिया पर ट्रेंड हुआ ‘पनौती’ शब्द, BJP ने कहा- राहुल गांधी माफी मांगे, नहीं तो ये मुद्दा गंभीर बन जाएगा
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ‘पनौती मोदी’ कहने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी की आलोचना की और उनकी टिप्पणी को ‘शर्मनाक व अपमानजनक’ करार देते हुए उनसे माफी की मांग की। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने राजस्थान में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुये कहा कि ‘पीएम का मतलब पनौती मोदी’ है। क्रिकेट विश्व कप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत की हार का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने दुर्भाग्य से जुड़े इस शब्द (पनौती) का इस्तेमाल किया।
मैच में हार के बाद से सोशल मीडिया पर ‘पनौती’ शब्द ट्रेंड कर रहा है। इस पर पलटवार करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री के बारे में गांधी की टिप्पणी, ‘शर्मनाक, निंदनीय और अपमानजनक’ है। प्रसाद ने कहा, ‘‘उन्होंने अपना असली रंग दिखा दिया है, लेकिन उन्हें याद रखना चाहिए कि उनकी मां सोनिया गांधी द्वारा गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री मोदी को ‘मौत का सौदागर’ कहे जाने के बाद कांग्रेस गुजरात में कैसे डूब गई थी।”
कांग्रेस नेता की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया मांगे जाने पर प्रसाद ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं प्रधानमंत्री के बारे में राहुल गांधी की टिप्पणी की कड़ी निंदा करता हूं।” भाजपा नेता ने दावा किया कि गांधी ने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की आसन्न हार को देखते हुए हताशा में प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ ऐसी टिप्पणी की है। उन्होंने कहा, ‘‘राहुल गांधी को माफी मांगनी चाहिए। अन्यथा हम इस मुद्दे को बहुत गंभीर बना देंगे।”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता ने मोदी के खिलाफ अपनी टिप्पणी से अपना असली रंग दिखा दिया है कि उनकी हैसियत और समझ क्या है? राजस्थान में 25 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बालोतरा के बायतू में रैली को संबोधित करते हुए राहुल ने आरोप लगाया कि मोदी लोगों का ध्यान भटकाते हैं, जबकि उद्योगपति अडाणी उनकी (लोगों की)जेब काटते हैं। राहुल ने कहा कि मोदी टीवी पर आते हैं और ‘हिंदू-मुस्लिम’ करते हैं और कभी-कभी क्रिकेट मैच में चले जाते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘वो अलग बात है कि हरवा दिया… पनौती”। कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘पीएम मतलब पनौती मोदी।” राहुल की यह टिप्पणी प्रधानमंत्री मोदी द्वारा कुछ दिन पहले परोक्ष रूप से उन्हें (राहुल) ‘मूर्खों का सरदार’ कहकर संबोधित किए जाने के बाद आई है।