जबलपुर। शासकीय नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कालेज अंतर्गत सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के रेडियोलोजी विभाग ने एक जटिल उपचार का आदर्श प्रस्तुत किया। दरअसल, एक रोगी की राइट फिमोरल वेन से सेंट्रल लाइन डालते समय गाइड वायर वेन के अन्दर फिसल गई थी। रात्रि लगभग सवा आठ बजे आकस्मिक सूचना प्राप्त हुई। इसी के साथ केस को गंभीरता से लेते हुए बचाव के प्रयास शुरू कर दिए गए।
वायर पैर से ऊपर पेट तक जाता हुआ दिखाई दिया
विशेषज्ञों ने साफ किया कि अविलंब वायर को निकाला जाना चाहिए। यदि ऐसा न किया गया तो रोगी की जान को खतरा हो सकता है। रेडियोडायग्नोसिस विभाग के चिकित्सक डा. संजय पांडे, डा. अवधेश प्रताप सिंह कुशवाह और डा. नरेन्द्र पटेल द्वारा गाइड वायर की पोजीशन देखने के लिए एक्स-रे किया गया। जिसमें वायर पैर से ऊपर पेट तक जाता हुआ दिखाई दिया।
वेन के अन्दर से बाहर निकालने का निर्णय लिया
गाइड वायर हृदय की ओर खिसक रहा था। यह मेटल का बना हुआ गाइड वायर था, जो हृदय के अंदर पहुंचकर हृदय को बहुत आधिक नुकसान पहुंचा सकता था। मरीज की स्थिति को देखते हुए डा. संजय पांडे और डा. नरेन्द्र पटेल ने तकनीक की माध्यम से गाइड वायर को तुरंत वेन के अन्दर से बाहर निकालने का निर्णय लिया।