ग्वालियर। ग्वालियर लगातार पिछले 10 दिन से पचमढ़ी को पीछे छोड़कर प्रदेश का सबसे ठंडा शहर बना हुआ है। शनिवार को सीजन में पहली बार पारा 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया। रात में ठंडी हवाओं ने लोगों को कंपाया। सुबह साढ़े आठ बजे तक लोगों को ठंडक का अहसास होता रहा। वहीं दिन के तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार जम्मू-कश्मीर में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से अगले दो दिन आसमान में बादलों की आवाजाही बनी रहेगी। गरज-चमक के साथ हल्की बूंदाबांदी की संभावना है, जिसके कारण रात के तापमान में बढ़त और दिन के तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी।
16 नवंबर से शहर का न्यूनतम तापमान अन्य जिलों से कम
गत 16 नवंबर से शहर में न्यूनतम तापमान प्रदेश के अन्य जिलों की अपेक्षा सबसे कम बना हुआ है। शनिवार को भी यही स्थिति बनी रही। सुबह के समय ही आसमान में कभी हल्के तो कभी मध्यम बादल छाए रहे। इसके चलते धूप में उतनी तेजी नहीं रही और तापमान में गिरावट हुई। स्थानीय मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार शुक्रवार की तुलना में शनिवार को अधिकतम तापमान 0.7 डिग्री सेल्सियस की गिरावट के साथ 27.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह औसत से 0.1 डिग्री अधिक है। वहीं न्यूनतम तापमान 1.1 डिग्री सेल्सियस की गिरावट के साथ 9.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह औसत से 1.2 डिग्री सेल्सियस कम है। रात का तापमान आठ डिग्री सेल्सियस पर पहुंचने पर मौसम विभाग कड़ाके की सर्दी मानता है।
आज हल्की बूंदा-बांदी की संभावना
मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से अगले दो से तीन दिन रात के तापमान में हल्की बढ़त दर्ज की जाएगी, क्योंकि आसमान में बादलों की आवाजाही शुरू हो चुकी है। रविवार को भी बादल छाए रहेंगे। शहर में हल्की बूंदाबांदी की भी संभावना बनी हुई है। दो से तीन दिन में पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव समाप्त होने के बाद शहर में उत्तर से ठंडी हवाएं आना शुरू होंगी। इसके बाद न्यूनतम तापमान में तेजी से गिरावट होगी।