राजगढ़। राजगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम दतिया गांव में रविवार रात को मानवता को शर्मसार करने वाली एक घटना सामने आई है। जहां मां ने अपने नवजात शिशु को जन्म देने के बाद एक घर के पीछे खुले आसमान के नीचे फेंक दिया। जबकि रात्रि में बारिश भी हो रही थी और न्यूनतम तापमान भी करीब 15 डिग्री पर पहुंच गया था। लेकिन इस कड़ाके की ठंड को हराकर शिशु जीवित रहा।
वहीं एक अन्य महिला ने शिशु के रोने की आवाज सुनी और अपने स्वजनों को इस बारे में सूचना दी। इसके बाद उन्होंने राजगढ़ थाने पर जानकारी दी इस पर मौके पर राजगढ़ पुलिस पहुंची और नवजात शिशु को सरदारपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए जहां से प्राथमिक उपचार के बाद नवजात को धार के जिला चिकित्सालय में रेफर किया गया। यहां पर बच्चे का उपचार जारी है।
जानकारी के अनुसार ग्राम दत्तीगंव गांव में पांचुड़ी बाई नामक महिला के घर के पीछे रविवार की रात्रि करीब 7:00 बजे नवजात की रोने की आवाज सुनाई दी। इस पर महिला ने अपने स्वजनों को सूचना कप। दोनों ने घर के पीछे जाकर देखा तो एक नवजात शिशु प्लास्टिक के थैले में पैक था।
अस्पताल में उपचार जारी
राजगढ़ थाना प्रभारी संजय कुमार रावत ने बताया कि दत्तीगांव में एक घर के पीछे अज्ञात माता-पिता नवजात को परित्याग कर असुरक्षित स्थान पर छोड़कर चले गए। इस पर दो अज्ञात लोगों के विरुद्ध प्रकरण दर्ज कर लिया गया है और जांच में जुट गए हैं। जिला अस्पताल के चिकित्सा रितेश पाटीदार ने बताया नवजात करीब 8 से 10 दिन का है। नवजात की हालत में सुधार है। जिसका उपचार अस्पताल में जारी है।