गोपालगंज-मुखिया पुत्र पर हुये गोलीकांड मामले का मुख्य आरोपी 19 जिन्दा कारतूस के साथ गिरफ्तार.
कांड दर्ज के 24 घंटे के अंदर भोरे पुलिस ने दबोचा.
मुखिया और अधिवक्ता के बीच वर्षों पुरानी है अदावत.
गोपालगंज बीते रविवार की सुबह गोपालगंज जिले के भोरे थाना इलाके के भोरे- विजयीपुर मुख्य मार्ग स्थित धरीक्षण मोड़ के पास हुये छठियाव पंचायत के मुखिया पुत्र मनीष मिश्रा फायरिंग मामले के मुख्य आरोपी महानंद मिश्र,को भोरे थानाध्यक्ष अनिल कुमार ने कांड दर्ज होने के 24 घंटे के अंदर छापेमारी करते हुये गोपालगंज से गिरफ्तार कर लिया है.गिरफ्तार मिश्रा पर आरोप है की
उन्होंने बीते रविवार को छठीआंव पंचायत के वर्तमान मुखिया
कृष्ण कुमार मिश्रा उर्फ चुन्नू मिश्र के पुत्र मनीष पर जान मारने के नियत से फायरिंग की थी जब वह अपनी चाचा की कार से भोरे बाजार आ रहे थे.घटना भोरे विजयीपुर मुख्य पथ स्थित धरीक्षण मोड़ के पास की है.
इस मामले में मुखिया पुत्र मनीष ने डिघवा गांव के महानंद मिश्र, उनके दो पुत्रों सूर्यदेव प्रताप प्यासी तथा बिटुल मिश्र एवं दो पोतों अजय मिश्र तथा गोलू मिश्र और सुनील यादव को आरोपित किया है.
पकडे गए आरोपी पर दर्ज है एक दर्जन से ऊपर संगीन मामले
वही गिरफ्तार किए गए आरोपी महानंद मिश्रा का आपराधिक इतिहास भी भोरे पुलिस ने साझा किया है. महानंद मिश्रा पर पटना हाजीपुर गोपालगंज नगर थाना और भोरे थाने में 15 संगीन मामले दर्ज है. हालांकि इसके पूर्व दर्ज मामले कोर्ट में चल रहे हैं. और वह बेल पर है. महानंद मिश्रा पेसे से एक अधिवक्ता भी है. और वह गोपालगंज सिविल कोर्ट में प्रैक्टिस करते हैं. हालांकि भोरे पुलिस के मुताबिक गिरफ्तारी के दौरान उनके आवास से 19 जिंदा कारतूस और. हथियार रखने के सामग्री भी पुलिस को हाथ लगे हैं.
मुखिया और अधिवक्ता के बीच 33 साल से चली आ रही दुश्मनी.
मुखिया और अधिवक्ता के बीच गोलीकांड का यह पहला मामला नहीं है. पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक छठीआंव पंचायत के मुखिया कृष्ण कुमार मिश्रा उर्फ चुन्नू मिश्रा.और गोपालगंज अधिवक्ता वा डिघवां गांव निवासी महानंद मिश्र के बीच वर्षों से गहरी दुश्मनी व्याप्त है। दुश्मनी के कारण के बारे में बताया जाता है कि महानंद मिश्र एवं मुखिया कृष्ण कुमार मिश्रा के बीच साढ़े तीन बीघा जमीन का विवाद लगभग 33 वर्षों तक न्यायालय में चलने के बाद अंतत महानंद मिश्र को 15 कट्ठा जमीन देकर दोनों पक्षों में समझौता कुछ साल पहले हुआ है.
लेकिन दोनों परिवारों के बीच आंतरिक कटूता एवं दुश्मनी व्याप्त रही। इसी बीच महानंद मिश्र के पुत्र सूर्यदेव प्रताप प्यासी उर्फ चुन्नू मिश्रा उर्फ ब्रजेन्द्र मिश्र जो वर्तमान में नवसृजित प्राथमिक विद्यालय अमही शुक्ल मे प्राथमिक शिक्षक हैं की पंचायत शिक्षक नियुक्ति के मामले पर वर्तमान मुखिया कृष्ण कुमार मिश्रा द्वारा यह कहकर हस्ताक्षर नहीं किया गया था कि शिक्षक उम्मीदवार रीमा कुमारी पिता पशुपति नारायण मिश्र ग्राम अमही शुक्ल से सूर्यदेव प्रताप प्यासी का नंबर कम है. रीमा कुमारी द्वारा सूर्यदेव प्रताप प्यासी के विरुद्ध न्यायालय में मामला दर्ज कराया गया है जो वर्तमान में पटना उच्च न्यायालय के राज्य अपीलीय प्राधिकार के समक्ष लंबित है. बरहाल इस पूरे मामले में गोपालगंज एसपी स्वर्ण प्रभात ने एसआईटी टीम का गठन कर दिया है.
Kumar. Pradeep.