जबलपुर। सरकारी स्कूल के सेवानिवृत्त लिपिक की धारदार हथियार से हत्या करने के बाद लाश परियट नदी में फेंक दी गई थी। वहां मौजूद मगरमच्छों ने शव को नोच खाया। कुछ दिन बाद शव परियट की सतह पर उतराता नजर आया। पुलिस ने उसे कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया। जिसकी रिपोर्ट आ चुकी है। जिससे यह साफ हुआ है कि हत्या के बाद शव को पानी में फेंका गया था। पुलिस ने बुधवार को मामले में हत्या और साक्ष्य छिपाने की धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किया है। मामले की जांच की जा रही है।
छह माह से थे अवसाद में
खमरिया पुलिस के अनुसार सिविल लाइंस निवासी थामस एलेक्जेंडर (68) तैय्यब अली चौक स्थित क्राइस्ट चर्च स्कूल में बाबू के पद पर थे। वे अविवाहित थे। सेवानिवृत्त होने के बाद वे छोटे भाई फिलिप एलेक्जेंडर के साथ सिविल लाइंस में रहते थे। छह माह से वे अवसाद का शिकार हो गए थे। जिसके चलते उनका इलाज चल रहा था। छह नवंबर को थामस घर से निकले, लेकिन फिर वापस नहीं आए। स्वजन ने उनकी तलाश की, लेकिन जब पता नहीं चल सका, तो वे सात नवंबर को सिविल लाइंस थाने पहुंचे, जहां पुलिस ने गुम इंसान दर्ज कर तलाश शुरू की
परियट नदी में मिली लाश
सिविल लाइंस पुलिस और स्वजन थामस को तलाश रहे थे, इस दौरान आठ नवंबर को उनका शव परियट नदी के लालपुर के पास पानी में उतराता मिला। खमरिया पुलिस मौके पर पहुंची। शव को पानी से निकलवाया, तो देखा कि वह बुरी तरह से क्षत-विक्षत हो गया था। प्राथमिक जांच में सामने आया कि नदी में मौजूद मगरमच्छों ने थामस के शव को खाया है।
रिपोर्ट में हमले की जानकारी
पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डाक्टरों ने लेख किया कि धारदार हथियार से वार कर पहले तो हत्या की गई और उसके बाद शव को पानी में फेंका गया। इसके बाद मगरमच्छो ने शव को खाया। जिसके आधार पर पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया।
शव मगरमच्छों ने नोंच खाया था। हाल ही में मिली पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला कि धारदार हथियार से वार कर हत्या की गई और उसके बाद शव को नदी में फेंका गया। पीएम रिपोर्ट के आधार पर हत्या और साक्ष्य छिपाने का प्रकरण दर्ज किया गया है। जांच की जा रही है।-सतीष कुमार अंधवान, थाना प्रभारी, खमरिया