मल्लिकार्जुन खरगे की तारीफ में बोली सोनिया गांधी- विश्वास है कि खरगे भारत की आत्मा के लिए लड़ाई में पार्टी का नेतृत्व करेंगे
कांग्रेस पार्टी की संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी ने जवाहर भवन में आयोजित कार्यक्रम में बुधवार को पार्टी के नए अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की तारीफ करते हुए कहा है कि खरगे एक मजबूत संगठनात्मक नेता हैं और उन पर पूरा विश्वास है कि वह ‘भारत की आत्मा’ के लिए जारी लड़ाई में पार्टी का नेतृत्व करेंगे। उन्होंने आगे कहा, “खरगे एक योग्य व्यक्ति हैं जो ‘ पॉलिटकल इंग्जेमेंट विथ कैम्पैशन, जस्टिस एंड इन्क्लूसिव डेवलपमेंट’ जैसी पुस्तक के माध्यम से हमें अपने दृष्टिकोण का परिचय कराते हैं।”
उन्होंने इस मौके पर केंद्र सरकार पर भी आलोचना की और कहा, “केंद्र सरकार संवैधानिक संस्थाओं और सिद्धांतों को नष्ट कर रही है, जिससे भारत की आजादी के बाद से फला-फूला है।” पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने खरगे के लंबे राजनीतिक जीवन और संघर्षों का भी उल्लेख करते हुए कहा, “आज वह एक महत्वपूर्ण मोड़ पर कांग्रेस पार्टी का नेतृत्व कर रहे हैं। सत्ता में बैठे लोग संवैधानिक और संस्थागत मूल्यों से बेपरवाह हैं और उन सभी संस्थानों, व्यवस्थाओं और सिद्धांतों को नष्ट कर रहे हैं जिनके द्वारा भारत आजादी के बाद से फला-फूला है।”
उन्होंने जोश में बहकर कहा, ‘राजनीति में 50 साल एक लंबी अवधि होती है और खरगे जी ने अपने पूरे राजनीतिक जीवन में ऊंचाइयां छूने में सफलता प्राप्त की है। उन्होंने अपनी विचारधारा से कभी समझौता नहीं किया और गरीबों के हित में सबसे आगे रहे हैं।’ सोनिया गांधी ने आगे कहा, ‘खरगे जी ने कभी भी सम्मान और आचरण से समझौता नहीं किया, और उनका यह साहस उन्हें हमारे समर्थन के लायक बनाता है।’ इस मौके पर कांग्रेस पार्टी ने खरगे के नेतृत्व में आगामी चुनावों के लिए पूर्ण समर्थन जताया और उनके साथ मिलकर देश के विकास में योगदान देने का संकल्प किया।
सोनिया ने आगे कहा, ‘1947 में जब भारत आज़ाद हुआ था, तो उस टाइम हम दुनिया के सबसे गरीब देशों में से एक थे। साक्षरता सिर्फ 16 प्रतिशत थी और 80 प्रतिशत से अधिक लोग गरीब थे, हमारे पास लगभग कोई इंडस्ट्रियल आधार भी नहीं था। लेकिन हमने कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व में भारी बाधाओं को आने के बाद भी उसे पार करते हुए कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ते गए। ऐसा स्वतंत्रता संग्राम में पार्टी के लंबे अनुभव, उसके बलिदान, उसकी विचारधारा और उसकी अदम्य भावना के कारण संभव हुआ।’ उन्होंने यह भी कहा कि यही वह पार्टी है जिसने खरगे जी को एक नेता रूप में तैयार किया है।
साथ ही खरगे के बचपन में कम्युनल हिंसा में उनके परिवार के कई सदस्यों के मारे जाने की घटना का उल्लेख करते हुए कहा, ‘छोटी सी उम्र में communalism और discrimination का सामना करने के बावजूद उन्होंने जानबूझकर secular और liberal बनना चुना। गरीबी और भेदभाव का सामना करते हुए उन्होंने साहसपूर्वक सभी प्राणियों के प्रति करुणा को अपनाया। साथ ही आपने आप को एलेजिब्ल भी सिद्ध किया है।’
पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में खरगे, सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी, कांग्रेस के कई अन्य वरिष्ठ नेताओं के अलावा मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी, राष्ट्रीय जनता दल के सांसद मनोज झा, शिक्षाविद सुखदेव थोराट और कई अन्य लोग भी शामिल हुए थे। येचुरी ने भी खरगे की तारीफ करते हुए कहा, ‘आप सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी के नेता हैं। आपके ऊपर जिम्मेदारी है कि आप हम सबसे बात करेंगे और इंडिया गठबंधन को भी आगे लेकर जायेंगे ।’ मनोज झा ने कहा, ‘खरगे जी, जब राज्यसभा में खड़े होते हैं तो विपक्ष को ताकत मिलती है और आज विपक्ष को सही में ताकत की बहुत जरूरत है।