मथुरा। अखिल भारत हिन्दू महासभा (एबीएचएम) की राष्ट्रीय अध्यक्ष राज्यश्री चौधरी ने रविवार को कहा कि 1990 में राम जन्मभूमि आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले कारसेवकों का छह दिसंबर को मथुरा में यमुना किनारे विश्राम घाट पर ‘पिंड दान’ किया जाएगा। चौधरी ने अयोध्या में हुई उस घटना का जिक्र किया, जिसमें पुलिस ने शहर की ओर मार्च कर रहे कारसेवकों पर गोलियां चलाई थीं।
उन्होंने यहां एक प्रेसवार्ता में कहा,”अयोध्या में राम मंदिर निर्माण हेतु कारसेवकों ने जो बलिदान दिया है, उसे हम कभी भुला नहीं सकते। जब राम मंदिर निर्माण का प्रथम चरण पूरा होने के बाद रामलला को वहां विराजमान किया जा रहा है, तब हमें उन्हें याद करना आवश्यक है।”
उन्होंने कहा कि राम मंदिर के निर्माण के लिए कारसेवा के दौरान अपने प्राण न्यौछावर करने वाले सभी कारसेवकों के पिंडदान किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि ‘पिंड दान’ छह दिसंबर को मथुरा में यमुना के तट पर विश्राम घाट पर किया जाएगा। बाबरी मस्जिद का ढांचा छह दिसंबर, 1992 को ध्वस्त कर दिया गया था। भाषा अभिषेक सुभाष