उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में वार्षिक धार्मिक मेला माघ मेला-2024 लगभग 10 दिन लंबा होगा। यह 54 दिवसीय कार्यक्रम होगा जो 15 जनवरी से शुरू होगा और अधिमास के आगमन के कारण एक महीने और 24 दिनों तक चलेगा। इसके लिए जिला प्रशासन एक विशाल टेंट सिटी स्थापित करेगा जो अरैल (यमुना नदी का दक्षिणी तट) से नागवासुकी मंदिर (गंगा नदी का शहर का किनारा) तक फैला होगा।
माघ मेला पवित्र गंगा और संगम के अलावा पांच सेक्टरों में विभाजित 700 हेक्टेयर भूमि में फैला होगा
माघ मेला के प्रभारी अधिकारी दयानंद प्रसाद के अनुसार, माघ मेला पवित्र गंगा और संगम के अलावा पांच सेक्टरों में विभाजित 700 हेक्टेयर भूमि में फैला होगा। महाकुंभ-2025 के लिए यह पायलट प्रोजेक्ट होगा। मेले के 54 दिनों के दौरान 6 प्रमुख स्नान दिवस होंगे, पहला स्नान 15 जनवरी को मकर संक्रांति के दिन होगा। मेले का अंतिम प्रमुख स्नान दिवस के साथ समाप्त होगा जो 8 मार्च को महा शिवरात्रि के अवसर पर आयोजित किया जाएगा।
पुलिस लाइन के बाद बिजली विभाग ने भी कैंप लगाने की कर दी है पहल
धार्मिक आयोजन के आयोजन की तैयारी विभिन्न विभागों द्वारा ‘भूमि पूजन’ (कार्य की शुरुआत का प्रतीक धार्मिक समारोह) करने के साथ शुरू हो गई है। इसके अलावा सरकारी विभागों के लिए भी भूमि आवंटन शुरू कर दिया गया है। पुलिस लाइन के बाद बिजली विभाग ने भी कैंप लगाने की पहल कर दी है। विशाल मेला क्षेत्र की भूमि के समतलीकरण का कार्य भी तेज कर दिया गया है। सांस्कृतिक और आध्यात्मिक संस्थानों के लिए भूमि आवंटन 10 दिसंबर के बाद शुरू होने की उम्मीद है।