जबलपुर। अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर में 22 जनवरी को रामलला विराजमान होंगे। इसे लेकर व्यापक तैयारियां की गई हैं। इसी कड़ी में अयोध्या में पूजित अक्षत कलश जबलपुर सहित महाकोशल के 34 जिलों में वितरित किया जाएगा। शहडोल में भी विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता देर रात अक्षत कलश लेकर आए हैं।
रामलला के विराजते ही दीपावली घर-घर में मनाई जाए
साथ ही संकल्प दिलाया जाएग कि अयोध्या में रामलला के विराजते ही दीपावली घर-घर में मनाई जाए। इस बार रामलला 500 वर्ष बाद अपने घर लौट रहे हैं। प्रत्येक घर में रामचरित मानस हो, सुंदरकांड हो, हनुमान चालीसा पाठ हो। धर्म की गंगा प्रवाहित हो जाए। कलश वितरण के दौरान गजराज की अगवानी में संत चल रहे थे। संतों के साथ स्वयंसेवक अपने मस्तक पर कलश लेकर आगे बढ़ रहे थे। ढ़ोल-नगाड़ों का स्वर गूंज रहा था। कामदगिरि पर्वत की पूर्ण परिक्रमा के बाद सबने अपने जिलों के लिए प्रस्थान किया।
अक्षत देकर लोगों को अयोध्या के लिए आमंत्रित किया जाएगा
शहडोल जिला मुख्यालय के खैरमाई माता मंदिर पांडव नगर में रखा गया है। दोपहर 2:00 बजे इसे पांडव नगर स्थित शिव मंदिर में समर्पित किया जाएगा और इसके बाद एक जनवरी से शहडोल जिले के हर सनातनी परिवार में अक्षत देकर लोगों को अयोध्या के लिए आमंत्रित किया जाएगा।
10 दिसंबर को इस संबंध में एक वृहद बैठक का आयोजन
विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष गोविंद सिंह परिहार ने बताया है कि 10 दिसंबर को एक वृहद बैठक का आयोजन किया गया है जिसमें विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल तथा अन्य संगठन इस बैठक में शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि पीले अक्षत को घर-घर जाकर लोगों को दिया जाएगा और लोगों को आमंत्रित किया जाएगा कि वह अयोध्या चलें। उन्होंने कहा कि बरसों बाद अब भव्य राम मंदिर में हिंदुओं के आराध्य देव श्री राम विराजमान होने जा रहे हैं। यह हर सनातनी के लिए गौरव की बात है।