ग्वालियर(नप्र)। गजराराजा मेडिकल कालेज में नर्स पूनम सरनकार के बहू चर्चित मामले में बीते रोज नई कमेटी ने बयान दर्ज किए। जिसमें पूनम सरनकार ने एक सवाल के जवाब में कहा कि जीआरएमसी में महिला उत्पीड़न मामले की जांच करने के लिए कोई आंतरिक परिवाद कमेटी नहीं है यदि होती तो मैं शिकायत करती। लेकिन वही जीआरएमसी प्रबंधन का कहना है कि उनके यहां पर आंतरिक परिवाद कमेटी है, जिसमें पूरन सरनकार ने शिकायत ही नहीं की। इधर, पूरन सरनकार ने अपने बयान में यह कहा कि डीन के ड्राइवर मोसीन खान ने उसे रोककर कहा था कि मैडम आप बहुत परेशान हो चुकी हूं। आपका सारा काम हो जाएगा पर आपको रात आठ बजे के बाद डीन सर से मिलने जाना होगा। फिर एक फरवरी को मौसीन का फोन आया कि आप डा. देवेंद्र कुशवाह से अकेले में आकर मिलें तो आपकी वेतन भी निकल जाएगी और एजुकेशन लीव भी मिल जाएगी। उसके बाद मौसीन वाट्एसप पर मैसेज करने लगा, जिसकी शिकायत मैंने जेएएच अधीक्षक डा. आरकेएस धाकड़ से की, फिर डीन से की। लेकिन इनमें से किसी ने भी मेरी सुनवाई नहीं की और मोसीन के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया। जो जांच कमेटी बैठीं उन्होंने भी उसे बयान के लिए नहीं बुलाया। वह आज भी अस्पताल में काम कर रहा है और मुझे जेएएच प्रबंधन तरह-तरह से परेशान कर रहा है। यह बात पूरन सरनकार ने नई जांच कमेटी के सामने अपने बयानों में कही।
मौसीन खान आज भी
कर रहा काम पूरन सरनकार का आरोप है कि मौसीन खान सुपर स्पेशियलटी के स्थापना शाखा में काम कर रहा है। लेकिन डीन और अधीक्षक ने एक बार भी उसे नोटिस नहीं दिया। दो जांच कमेटी गठित हो चुकी उनमें से किसी ने भी उसे बयान दर्ज कराने के लिए नहीं बुलाया। अजाक थाने में भी शिकायत की पर वहां पर भी पुलिस ने किसी को नहीं बुलाया उल्टा मुझसे ही सबूत मांग लिए। इसलिए मैंने नई जांच कमेटी जिसमें उच्च अधिकारियों से जांच कराने की मांग की थी।
दोनों पक्षों के दर्ज
होंगे बयान पूरन सरनकार मामले में दोनों पक्षों के बयान दर्ज होंगे। नई कमेटी ने मंगलवार को रेखा परमार, ओमश्री यादव और अनीता शर्मा के बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया है। इसके बाद डीन, अधीक्षक और सहायक अधीक्षक डा. देवेंद्र कुशवाह के भी बयान दर्ज किए जाएंगे।
यदि शिकायत की होती तो उसकी जांच भी होती महिला उत्पीड़न के खिलाफ जांच करने वाली आंतरिक परिवाद कमेटी बनी हुई है। जिसमें गायनिक की एचओडी चेयरपर्सन होती है। नर्सिंग अधीक्षक, मेट्रिन और विधिक सलाहकार शामिल हैं। यदि शिकायत की होती तो जांच भी होती। संभवत: उन्होंने शिकायत नहीं की हो सकता उन्हें इसकी जानकारी न हो।
-डा केपी रंजन, प्रवक्ता, गजराराजा मेडिकल कालेज