सुरक्षा में चूक एक दिन बाद बृहस्पतिवार को संसद भवन के अंदर और उसके आसपास सुरक्षा के कड़े कदम उठाए गए और पुलिस तथा संसद सुरक्षा कर्मचारियों ने परिसर में प्रवेश करने वालों की गहन जांच की। संसद परिसर से कुछ ही मीटर की दूरी पर परिवहन भवन के बाहर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने किसी को भी बैरिकेड से आगे जाने की इजाजत तब तक नहीं दी, जब तक कि उन्होंने उनके पहचान पत्र की जांच नहीं कर ली।
मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा को ‘मकर द्वार’ से संसद के नए भवन में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई। संगमा अपनी कार से उतरे और इमारत में प्रवेश करने के लिए ‘शार्दुल द्वार’ की ओर चले गए। संसद सदस्यों के वाहन चालकों को पास के बिना परिसर में प्रवेश नहीं करने दिया गया। संसद परिसर के प्रवेश द्वार पर मीडिया कर्मियों से उनके परिचय पत्र मांगे गए और उनसे जरूरी सवाल भी किए गए। नए संसद भवन के मकर द्वार को सभी के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है और मीडिया कर्मियों को पुराने संसद भवन के गेट नंबर 12 के पास लॉन में भेज दिया गया।
आठ सुरक्षाकर्मी निलंबित
संसद की सुरक्षा में चूक की घटना के सिलसिले में आठ सुरक्षाकर्मियों को निलंबित किया गया है। निलंबित किए गए लोग विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों से संबंधित हैं जो संसद भवन की सुरक्षा के लिए प्रतिनियुक्ति पर थे। सूत्रों के अनुसार, निलंबित किए गए लोगों की पहचान रामपाल, अरविंद, वीर दास, गणेश, अनिल, प्रदीप, विमित और नरेंद्र के रूप में की गई है। एक अधिकारी ने कहा, ‘‘ये सुरक्षाकर्मी संसद की सुरक्षा के लिए प्रतिनियुक्ति पर हैं, लेकिन उनका कैडर नियंत्रण प्राधिकार वह संगठन है जिसका वे प्रतिनिधित्व करते हैं, न कि लोकसभा सचिवालय।”
जानें पूरा मामला
संसद पर 2001 में किए गए आतंकी हमले की बरसी के दिन बुधवार को, सुरक्षा में सेंधमारी की बड़ी घटना उस वक्त सामने आई जब लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दर्शक दीर्घा से दो लोग सदन के भीतर कूद गए और ‘केन’ के जरिये पीले रंग का धुआं फैला दिया। घटना के तत्काल बाद दोनों को पकड़ लिया गया। इस घटना के कुछ देर बाद ही पीले और लाल रंग का धुआं छोड़ने वाली ‘केन’ लेकर संसद भवन के बाहर प्रदर्शन करने वाले एक पुरुष और एक महिला को गिरफ्तार किया गया। सदन में कूदने वाले दोनों व्यक्तियों की पहचान सागर शर्मा और मनोरंजन डी. के रूप में हुई है। संसद भवन के बाहर से गिरफ्तार किए गए दो लोगों की पहचान हरियाणा के जींद जिले के गांव घासो खुर्द की निवासी नीलम (42) और लातूर (महाराष्ट्र) के निवासी अमोल शिंदे (25) के रूप में हुई है।