इंदौर। गुरु पुष्य नक्षत्र शुभ काम, निवेश, व्यवसाय और खरीदारी के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। साल का आखिरी गुरु पुष्य योग 29 दिसंबर को है। इस दिन ग्रह गोचर के कारण गुरु पुष्य योग कुछ राशिवालों के लिए लाभकारी रहेगा। पुष्य नक्षत्र को देवताओं द्वारा पूजित नक्षत्र माना जाता है।
कब है साल 2023 का आखिरी गुरु पुष्य नक्षत्र
29 दिसंबर को गुरु पुष्य नक्षत्र योग का संयोग बन रह है। नक्षत्र रात 1.05 बजे से शुरू होकर 30 दिसंबर को प्रातः 3.10 बजे समाप्त होगा।
गुरु पुष्य नक्षत्र का महत्व
गुरु पुष्य नक्षत्र का स्वामी बृहस्पति है। कोई भी शुभ कार्य करने के लिए यह नक्षत्र बहुत शुभ माना जाता है। देवगुरु बृहस्पति को पद, प्रतिष्ठा, सफलता, धन और शुभता का ग्रह माना जाता है। इस नक्षत्र में की गई खरीदारी अक्षय रहती है। अगर आप शुभ नक्षत्र में निवेश करते हैं तो उसका भारी मुनाफा मिलता है।
गुरु पुष्य नक्षत्र में क्या करें?
गुरु पुष्य नक्षत्र नया व्यवसाय, कृषि भूमि, घर, वाहन, सोने-चांदी, बही-खाता शुरू करने के लिए शुभ माना जाता है। इस नक्षत्र में की गई खरीदारी समृद्धि प्रदान करती है। इस दिन गोल्ड, पीतल का हाथी, दक्षिणावर्ती शंख खरीदने से मां लक्ष्मी आकर्षित होती हैं।
गुरु पुष्य नक्षत्र में क्या न करें?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, गुरु पुष्य नक्षत्र में विवाह नहीं करना चाहिए। इस नक्षत्र में की गई शादी सफल नहीं होती है। इस दिन दिन सोना खरीद जा सकता है, लेकिन पहना नहीं जा सकता।
गुरु पुष्य नक्षत्र में कौन-सा उपाय करना चाहिए
अगर गुरु पुष्य योग के दिन खरीदारी करना संभव नहीं हो तो श्री सूक्त का पाठ करें। ऐसा करने से देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
डिसक्लेमर
‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’