देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी, भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) को 806.3 करोड़ रुपए का नया जीएसटी नोटिस मिला है। कंपनी ने बताया कि यह नोटिस उसे महाराष्ट्र के स्टेट टैक्स के डिप्टी कमिश्नर ने भेजा है और इसमें कंपनी पर वित्त वर्ष 2017-18 के दौरान विभिन्न कंप्लायंस को पूरा नहीं करने का आरोप है। डिमांड नोटिस में 365.02 करोड़ रुपए का जीएसटी बकाया, 404.7 करोड़ रुपए का जुर्माना और 36.5 करोड़ रुपए का ब्याज भुगतान शामिल है। इस खबर के बाद LIC के शेयर आज 2 जनवरी को कारोबार के दौरान करीब 2 फीसदी तक गिर गए। सुबह 11 बजे के करीब एलआईसी के शेयर एनएसई पर 1.83 फीसदी टूटकर 843 रुपए के भाव पर कारोबार कर रहे थे।
जीएसटी अधिकारियों ने बताया कि एलआईसी ने CGST रूल्स 37 और 38 के अनुसार इनपुट टैक्स क्रेडिट को वापस नहीं लेने और रिइंश्योरेंस से मिले इनपुट टैक्स क्रेडिट को वापस लेने जैसे विभिन्न नियमों का पालन नहीं किया।
इसके अलावा जीएसटी अधिकारियों ने GSTR-3B के साथ किए गए भुगतान में देरी और एडवांस पर मिले इंटरेस्ट के चलते बकाया राशि में ब्याज भी जोड़ा। LIC ने अपने सप्लायर्स की ओर से दिखाई गई राशि की तुलना में कम रिवर्स चार्ज मैकेनिज्म (आरसीएम) देनदारी का भी खुलासा किया।
अपील दायर करेगी कंपनी
LIC ने एक बयान में कहा कि वह इस आदेश के खिलाफ कमिश्नरेट में अपील दाखिल करेगी। शेयर बाजारों को भेजी सूचना में बीमा कंपनी ने कहा है कि इस नोटिस से कंपनी की वित्तीय, कारोबारी या अन्य गतिविधियों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। LIC को इससे पहले भी देश के विभिन्न राज्यों से जीएसटी नोटिस मिल चुके हैं।
पहले भी मिल चुका है नोटिस
बीते 22 सितंबर को कंपनी को बिहार के स्टेट टैक्स अधिकारियों से 290 करोड़ रुपए का जीएसटी नोटिस मिला था। इसमें 166.75 करोड़ रुपए का टैक्स डिमांड, 107.05 करोड़ रुपए का इंटरेस्ट और 16.67 करोड़ रुपए का जुर्माना शामिल है। अक्टूबर 2023 में, जीएसटी अधिकारियों ने LIC पर कम टैक्स भुगतान के लिए 36,844 रुपए का जुर्माना लगाया। बीमा कंपनी ने एक नियामकीय फाइलिंग में कहा कि उसे जम्मू और कश्मीर राज्य से जीएसटी की वसूली के लिए डिमांड नोटिस मिला था।