जबलपुर। इस वर्ष 73 वर्षाेपरांत मकर संक्रांति 15 जनवरी को मनाई जाएगी। सूर्य के उत्तरायण होने पर खरमास भी समाप्त होंगे और सारे मांगलिक कार्य शुरू हो जाएंगे। इस बार की मकर संक्रांति बहुत खास मानी जा रही है। इस दिन सालों बाद तीन दुर्लभ योग का संयोग बन रहा है जिससे कुछ राशियों के अच्छे दिन शुरू होंगे। कृषि के लिए भी शुभयोगों का यह संयोग लाभदायक माना जा रहा है।
इन योगों का संयोग
ज्योतिषाचार्य जनार्दन शुक्ला ने बताया कि इस साल 15 जनवरी को मकर संक्रांति के दिन तीन महत्वपूर्ण शुभ योग बन रहे हैं। जिसमें सबसे बड़ा योग है रवि योग। इस दिन सुबह 07.15 से लेकर सुबह 08.07 बजे तक रवि योग बन रहा है। इस योग में स्नान दान का विशेष महत्व है।मकर संक्रांति के दिन रवि योग के साथ ही महापुण्य योग भी बन रहा है। इस योग में दान पुण्य और पवित्र नदी में स्नान करने का विशेष महत्व है। वहीं, इस बार संक्रांति पर वरियान योग भी बन रहा है। जिसमे कुबेर और शुक्र के मंत्रों का जप करना विशेष लाभ देगा।
इन राशियों के लिए विशेष शुभ
ज्योतिषाचार्यो के अनुसार मकर संक्रांति पर सूर्य का उत्तरायण सिंह राशि के। लिए किसी वरदान से कम नहीं होगा। रवि और वरीयान योग का संयोग करियर में सफलता के साथ संपन्नता भी प्रदान करेगा। नौकरीपेशा लोगों के कार्य में वृद्धि होगी।। नई जिम्मेदारियां मिलेंगी जो लंबे समय तक शुभ परिणाम दे सकती है। मकर संक्रांति पर सूर्य मेष राशि के 10वें भाव में प्रवेश करेंगे। कुंडली का ये भाव करियर और व्यवसाय से जुड़ा होता है। ऐसे में मकर संक्रांति पर बन रहे शुभ संयोग का मेष राशि को धन और प्रतिष्ठा में लाभ देगा। कार्यक्षेत्र में मान-सम्मान बढ़ेगा। उन्नति में आ रही बाधाएं दूर होगा। सैलेरी में वृद्धि के संकेत हैं। मीन राशि वालों के लिए मकर संक्रांति बहुत लाभदायी रहेगी। इस दौरान आय के स्त्रोत बढ़ेंगे। लंबे समय से व्यापार को लेकर चल रही डील फाइनल हो सकती है।