भोपाल। वातावरण में बड़े पैमाने पर नमी मौजूद रहने के कारण प्रदेश के अधिकतर शहरों में सुबह के समय कोहरा बरकरार है। साथ ही कहीं-कहीं बादल भी छाए हुए हैं। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक अभी दो दिनों तक सुबह के समय मध्यम स्तर का कोहरा छाए रहने की संभावना है। हवाओं का रुख उत्तरी एवं उत्तर-पूर्वी रहने के कारण रात के तापमान में मामूली गिरावट हो सकती है।
बुधवार को सुबह साढ़े आठ बजे सागर एवं भोपाल में दृश्यता 50 मीटर के आसपास दर्ज की गई। बुधवार को प्रदेश में सबसे कम दिन का सबसे कम 17.2 डिग्री सेल्सियस तापमान सतना में दर्ज किया गया। कई जिलों में शीतलहर भी चली।
मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी एसएन साहू ने बताया कि हरियाणा पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना पश्चिमी विक्षोभ अब उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर आ गया है। वर्तमान में हवाओं का रुख उत्तरी एवं उत्तर-पूर्वी बना हुआ है। उत्तर भारत में न्यूनतम तापमान में गिरावट होने लगी है। इस वजह से वहां से आ रही सर्द हवाओं के कारण मध्य प्रदेश में भी रात के तापमान में गिरावट होने के आसार हैं।
इस लिए छा रहा है कोहरा
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि अरब सागर एवं बंगाल की खाड़ी से नमी आने के कारण कोहरा छा रहा है। दरअसल आंध्र प्रदेश और उससे लगे छत्तीसगढ़ पर एक प्रति चक्रवात बना हुआ है। उसकी वजह से बंगाल की खाड़ी से नमी आ रही है। इसी तरह अरब सागर से लेकर गुजरात तक एक द्रोणिका बनी हुई है। इस वजह से अरब सागर से भी नमी आ रही है।
प्रदेश में तापमान भी कम है। इससे लगातार कोहरा बना हुआ है। साथ ही कहीं-कहीं बादल भी मौजूद हैं। इस वजह से कहीं-कहीं हल्की वर्षा भी हो रही है। इस तरह की स्थिति अभी दो-तीन दिन तक बनी रह सकती है। 12 जनवरी को एक नए पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में आने की संभावना है।
अमरकंटक, अनूपपुर और डिंडौरी रहे ज्यादा सर्द
महाकोशल-विंध्य के जिलों में अनूपपुर सबसे ज्यादा ठंडा रहा। अमरकंटक का तापमान छह डिसे. रहा तो अनूपपुर का न्यूनतम तापमान छह डिसे. दर्ज किया गया। डिंडौरी में भी तापमान 9.2 डिसे रहा। जबलपुर, बालाघाट, सिवनी, कटनी, उमरिया और मंडला में तापमान 15 डिसे. से अधिक रहा।