उत्तर प्रदेश के कानपुर में साइबर ठगी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. साइबर ठग आए दिन नए-नए तरीकों से लोगों को अपने जाल में फंसा कर लाखों रुपये ठग रहे हैं. इस बार साइबर ठगों ने नया
पीड़िता ने ठगी के मामले की शिकायत साइबर पुलिस से की. पुलिस ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई कर ठगों के बैंक खातों को सीज करा दिया. वहीं, पीड़िता से ठगी गई रकम में से 2 लाख 58 हजार रुपये वापस करा दिए. साइबर पुलिस मामले की जांच कर ऑनलाइन ठगी करने वालों की तलाश में जुटी हुई है.
व्हाट्सएप पर आया वर्क फ्रॉम होम का मैसेज, मिला ऑफर
कानपुर के चमनगंज निवासी आयशा खातून को जनवरी के पहले सप्ताह में अनजान नंबर से उनके मोबाइल के व्हाट्सएप पर वर्क फ्रॉम होम जॉब के लिए एक मैसेज आया था. उसमें 3 से साढ़े 4 हजार रूपये प्रतिदिन कमाने की बात कही गई थी. आयशा ठगों के चक्कर में आ गई और अपने एकाउंट में जमा 7 लाख 43 हजार रूपये की रकम ऑफर किए गए काम में लगा दी. बाद में उस नंबर से आयशा को रेस्पोंस मिलना बंद हो गया. वह समझ गई कि उसके साथ ऑनलाइन फ्रॉड हो गया.
तरीका खोज कर एक महिला से 7 लाख 43 हजार रुपये ठग लिए. महिला को वर्क फ्रॉम होम की नौकरी का ऑफर दिया गया था.
2 लाख 58 हजार रुपये कराए वापस
आयशा खातून ने अपने साथ हुई ठगी की शिकायत साइबर पुलिस से की. पूरे प्रकरण में कानपुर साइबर सैल थाना प्रभारी हरमीत सिंह ने बैंक से विभागीय कार्रवाई कर 2 लाख 58 हजार रूपये वापस करा दिए. साइबर थाना प्रभारी ने लोगों को जागरूक करते हुए कहा है कि हमें अनजान नंबर से आने वाली कॉल व मैसेज से सचेत रहना पड़ेगा. साथ ही किसी के जरिए फोन पर सलाह देने मात्र से ही अनजान वेबसाइट पर अपने बैंक खातों की जानकारी दर्ज न करें. ऐसा करने से आप ठगी के शिकार बन जाएंगे.