कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले में एक पटाखा गोदाम में विस्फोट से तीन मजदूरों की मौत हो गई. साथ ही छह लोग घायल हो गए. धमाका इतना तेज था कि उसकी गूंज 5 किमी दूर तक सुनाई दी. मृतकों के शव टुकड़ों में इधर-उधर बिखर गए. धमाके की तीव्रता और गोदाम में हुए नुकसान को देखकर अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या यहां पर सिर्फ पटाखे बनाए जा रहे थे? क्योंकि विस्फोट ऐसा था, मानो कोई ग्रेनेड (बम) फटा हो. हादसा बेलतांगडी के कुक्केडी में हुआ है.
हादसे की सूचना पर पुलिस और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची. गोदाम के अंदर और आसपास ऐसी सामग्रियां मिलीं, जिनके बारे में आशंका जताई जा रही है कि संभवत: इनका इस्तेमाल ग्रेनेड बनाने में होता हो. वहीं, फोरेंसिक टीम को मौके से ग्रेनेड बनाने संबंधी एक सामग्री दिखी, जिसका उन्होंने सैंपल लिया. हादसा 28 जनवरी की शाम करीब 5.30 बजे हुआ. विस्फोट के आसपास सौ मीटर के दायरे में शव बिखरे पड़े थे. बेलथांगडी फायर ब्रिगेड की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और आग बुझाई. गोदाम के पास बना शेड पूरी तरह ध्वस्त हो गया. ग्रामीणों ने बताया कि धमाके की आवाज हमने दूर तक सुनी .
घटनास्थल का एसपी ने लिया जायजा
एसपी सीबी ऋषियंत ने घटनास्थल का जायजा लिया है. पटाखा गोदाम का लाइसेंस सैयद बशीर नाम के शख्स को मिला है. एसपी ने कहा कि जांच की जा रही है. यह हादसा बेलथांगडी के कुक्केडी गांव में हुआ. इस हादसे में तीन श्रमिकों की मौत हो गई. मृतकों में स्वामी (55), वर्गिस (68) और चेतन (25) हैं. यह हादसा सॉलिड फायर वर्क्स के पटाखा गोदाम में हुआ. वहीं, घायलों में दिनेश हसन, किरण हसन, कुमार अरासीकेरे, कल्लेशा चिक्कमरहल्ली, प्रेम केरला और केशव शामिल हैं.
घायलों को अस्पताल भेजा गया
इस मामले में वेणूर थाने की पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में ले लिया है. स्थानीय लोगों ने पटाखा फैक्ट्री मालिक के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर किया है. घायलों का इलाज बीआईएम अस्पताल में किया जा रहा है.