न्यूयॉर्क से लेकर नई दिल्ली तक गोल्ड की कीमत में बीते सप्ताह गिरावट ही देखने को मिली है. अगर बात मौजूदा साल की बात करें तो 40 दिन में सोने की कीमत हर रोज 30 रुपए से ज्यादा की गिरावट देखने को मिल रही है. खास बात तो ये है कि मिडिल ईस्ट में तनाव बरकरार बना हुआ है. साथ ही मौजूदा साल में फेड ब्याज दरों में कटौती भी कर सकता है. जनवरी के आखिर में फेड की मीटिंग में ब्याज दरों को स्थिर रखने के ऐलान की वजह से सोने के दाम में गिरावट देखने को मिले हैं. भारत के वायदा बाजार में सोने के दाम 61300 रुपए से नीचे आ गए हैं. जबकि चांदी के दाम में भी गिरावट देखने को मिल रही है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर सोने की कीमत के दाम किस तरह से देखने को मिल रही है.
डॉलर इंडेक्स है वजह
पिछले सप्ताह ही नहीं बल्कि साल 2024 के 40 दिनों में सोने की कीमतों में गिरावट लाने वाले फैक्टर्स पर वेल्थवेव इनसाइट्स की फाउंडर सुगंधा सचदेवा ने मीडिया रिपोर्ट में कहती हैं कि डॉलर इंडेक्स के लचीलेपन और फेडरल रिजर्व अधिकारियों की तीखी बयानबाजी के कारण पिछले सप्ताह सोने की कीमतों में 1.42 फीसदी की गिरावट देखी गई. इन अधिकारियों की ओर से किए गए कमेंट्स वजह से यूएस फेड ने पॉलिसी रेट में कटौती की उम्मीदों को कम कर दिया. फेड के अनुसार पॉलिसी रेट कम करने से पहले महंगाई में कमी के ठोस सुबूत की जरुरत होगी. जिसकी वजह से अमेरिकी डॉलर में इजाफा देखने को मिला है. अमेरिकी केंद्रीय बैंक लंबे समय ब्याज दरों में कोई बदलाव ना करने का फैसला ले सकता है.
मीडिल ईस्ट में टेंशन
वहीं दूसरी ओर कमोडिटी मार्केट के एक्सपर्ट के अनुसार, सोने की कीमत में यह गिरावट निवेशकों के लिए चिंता की बात नहीं होनी चाहिए. अभी गोल्ड को एमसीएक्स पर 61,500 रुपए का सपोर्ट मिला हुआ है. एक सिंगल ट्रिगर गोल्ड प्राइस को रॉकेट बना सकता है. उन्होंने कहा कि मिडिल ईस्ट में जियो पॉलिटिकल टेंशन कायम है. वहीं दूसरी ओर अमेरिका में महंगाई के आंकड़े रिवाइज होंगे. गोल्ड की कीमतों में भी इजाफा देखने को मिलेगा.
फोकस में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव
अमेरिकी डॉलर के लचीलेपन के कारण सोने की कीमतों पर दबाव पड़ने के बारे में एचडीएफसी सिक्योरिटीज के कमोडिटी एवं करेंसी हेड अनुज गुप्ता ने कहा कि अमेरिकी डॉलर इन दिनों लचीलापन दिखा रहा है. इसका प्रमुख कारण ये है कि बाजार इस वर्ष नवंबर में होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों से पहले कुछ राहत पैकेज की उम्मीद कर रहा है. इसलिए, अमेरिकी डॉलर में यह उतार चढ़ाव जारी रहने की उम्मीद की जा रही है. एचडीएफसी सिक्योरिटीज के अनुज गुप्ता ने सोने और अन्य सर्राफा निवेशकों को ब्याज दर में कटौती पर अमेरिकी फेड अधिकारियों के रुख को बे्र सतर्क रहने की सलाह दी.
40 दिन में रोज 30 रुपए से ज्यादा सस्ता हुआ गोल्ड
नए साल के 40 दिन बीत चुके हैं. इस दौरान गोल्ड के दाम में रोज 30 रुपए से ज्यादा दाम कम हुए हैं. पिछले साल के आखिरी कारोबारी दिन मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर गोल्ड के दाम 63,531 रुपए प्रति दस ग्राम थे. जबकि ठीक 40 दिन के बाद यानी 9 फरवरी को भारतीय वायदा बाजार में गोल्ड की कीमत 62,294 रुपए प्रति 10 ग्राम दिखाई दिए. इसका मतलब है कि गोल्ड के दाम में अब तक 1237 रुपए प्रति दस ग्राम सस्ता हो चुका है. अगर इसे रोज के हिसाब से कैलकुलेट किया जाए तो करीब 31 रुपए प्रति दस ग्राम बन रहा है. जानकारों की मानें तो आने वाले दिनों में गोल्ड के दाम में उतार चढ़ाव देखने को मिल सकता है.