राज्यसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. 27 फरवरी को राज्यसभा के चुनाव हैं. बीजेपी की ओर से घोषित किए गए नाम में उज्जैन के वाल्मिकी धाम के पीठाधीश्वर बालयोगी उमेशनाथ जी महाराज का भी नाम शामिल है. बालयोगी उमेशनाथ जी महाराज को बीजेपी ने राज्यसभा उम्मीदवार बनाया है. महाराज को राज्यसभा उम्मीदवार बनाए जाने की सूचना जैसे ही उज्जैन में लगी वैसे ही वाल्मिकी धाम पर जश्न का माहौल हो गया. महाराज जी के भक्तों ने उन्हें फूलों की माला पहनाकर और मिठाई खिलाकर बधाइयां दी.
गुरुवार को चुनाव के लिए नामांकन दर्ज करने की अंतिम तारीख है. इसीलिए बुधवार को नाम के ऐलान की घोषणा की गई है. धर्म और आध्यात्मिक से जुड़े बाल योगी उमेशनाथ जी महाराज का राजनीति से भी गहरा नाता रहा है. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की सरकार में इन्हें राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त था. वह इन्हें अपना गुरु भी मानते थे.
अमित शाह और संघ प्रमुख से भी नजदीकी
कांग्रेस के साथ ही बालयोगी उमेशनाथ जी महाराज भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से भी जुड़े रहे हैं. संघ प्रमुख मोहन भागवत हो या फिर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह जो भी धार्मिक नगरी उज्जैन में आया संतश्री से मिले बिना वापस नहीं लौटे हैं. मालूम हो कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान भी उनके वाल्मीकि धाम जाने का कार्यक्रम था लेकिन किसी कारण वे महाराज जी का आशीर्वाद लेने नहीं जा सके थे.
राम मंदिर के भूमि पूजन में हुए थे शामिल
सिंहस्थ के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह जब उज्जैन आए थे तो उन्होंने वाल्मिकी धाम पर ही बालयोगी उमेश नाथ जी महाराज और अन्य संतों के साथ समरसता का स्नान किया था और समाज को एक नया संदेश दिया था. बालयोगी उमेशनाथ जी महाराज मध्य प्रदेश के एकमात्र से संत हैं, जिन्हें श्री राम मंदिर के भूमि पूजन का निमंत्रण मिला था. वह धूमधाम से इस समारोह में शामिल होने के लिए पहुंचे थे. कुछ दिनों पूर्व हुए श्री रामलला के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में भी उन्हें निमंत्रण मिला और वह इस समारोह में भी उज्जैन के संतों के साथ शामिल हुए थे.