मध्य प्रदेश पटवारी भर्ती से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है. पटवारी परीक्षा में गड़बड़ी को क्लीन चिट मिल गई है. पटवारी भर्ती परीक्षा की जांच कर रहे आयोग ने इसकी प्रक्रिया को क्लीन चिट दे दी है, जिसके बाद सामान्य प्रशासन विभाग ने पटवारी एग्जाम में चयनित अभ्यर्थियों के ज्वाइनिंग के निर्देश दिए हैं.
जानकारी के मुताबिक, मोहन यादव सरकार जल्द पटवारी भर्ती परीक्षा में चयनित उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र देगी. इस मामले में सामान्य प्रशासन विभाग ने सभी संबंधित विभागों को निर्देश दे दिए हैं. आदेश के मुताबिक, पटवारी भर्ती परीक्षा के घोषित परिणाम के आधार पर लोगों को नियुक्ति दी जाए इसके अलावा बचे हुए परिणाम भी घोषित किए जाएंगे.
गड़बड़ी के आरोपों के बाद परीक्षा परिणाम को रोके गए थे
बता दें, पटवारी भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी के आरोपों के बाद परीक्षा परिणाम को रोक दिया गया था. इसकी जांच के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज ने जांच के निर्देश दिए थे. सरकार ने जांच के लिए आयोग का गठन किया था. ऐसे में अब प्रदेश में हो रही पटवारी भर्ती को क्लिन चिट मिल गई है. जिसके बाद कर्मचारी चयन मंडल द्वारा आयोजित ग्रुप-2, सब ग्रुप-4 एवं पटवारी भर्ती परीक्षा के घोषित परिणाम के आधार पर नियुक्ति संबंधी कार्यवाही के आदेश सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा संबंधित विभागों को दिए गए हैं.
क्या था पूरा मामला?
नवंबर 2022 में पटवारी सहित ग्रेड-3 के 9200 पदों के लिए कर्मचारी चयन आयोग ने नोटिफिकेशन जारी किया था. 15 मार्च से 26 अप्रैल तक परीक्षाएं हुईं. आवेदन करने वाले 1207963 उम्मीदवारों में 978270 उम्मीदवार परीक्षा में शामिल हुए. कर्मचारी चयन मंडल ने 30 जून 2023 को 8617 पदों के लिए परिणाम जारी किए. परीक्षा में फर्जीवाड़े का आरोप लगाते हुए लाखों अभ्यर्थियों ने प्रदेश के जगह जगह विरोध प्रदर्शन किया था. शिवराज सिंह ने परीक्षा की जांच कराने की घोषणा की थी. जुलाई 2023 को जस्टिस राजेंद्र वर्मा की अध्यक्षता में सदस्यीय जांच आयोग का गठन किया गया था.