NDA में शामिल होने के फैसले से पीछे नहीं हटेंगे, महाराष्ट्र स्पीकर के आदेश से पहले अजित पवार गुट ने किया साफ
अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने इस बात पर जोर देकर कहा कि वह भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल होने के अपने फैसले से पीछे नहीं हटेगी। अजित पवार की गुट वाली राकांपा का यह बयान ऐसे समय में आया है जब महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को कुछ घंटे बाद ही राकांपा के दोनों गुटों की ओर से एक-दूसरे के खिलाफ याचिकाओं पर अंतिम फैसला सुनाना है।
पिछले साल जुलाई में राकांपा में उस समय विभाजन हो गया था जब अजित पवार पार्टी के आठ अन्य विधायकों के साथ एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की गठबंधन सरकार में शामिल हो गए थे। उच्चतम न्यायालय के निर्देशानुसार महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष राहुल नार्वेकर द्वारा राकांपा के प्रतिद्वंद्वी गुटों की अयोग्यता वाली याचिकाओं पर बृहस्पतिवार को अपना फैसला सुनाए जाने की संभावना है।
NDA में शामिल होने के फैसले से पीछे नहीं हटेंगे
अजित पवार गुट के राकांपा नेता सुनील तटकरे ने कहा, ‘‘राजग में शामिल होने के हमारे फैसले से कोई पीछे नहीं हटेगा। यह निर्णय हमारे नेता और राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने लिया है। हमें उम्मीद है कि विधानसभा अध्यक्ष हमारे पक्ष में अपना फैसला सुनाएंगे। ” निर्वाचन आयोग ने छह फरवरी को घोषणा की थी कि अजित पवार गुट ही असली राकांपा है। इस घोषणा से पार्टी संस्थापक शरद पवार को बड़ा झटका लगा है। आयोग ने एक आदेश में अजित पवार के नेतृत्व वाले समूह को राकांपा का चुनाव चिह्न ‘घड़ी’ भी आवंटित कर दिया। इसने शरद पवार के नेतृत्व वाले समूह के लिए पार्टी का नाम ‘राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-शरदचंद्र पवार’ भी आवंटित किया है।
अजित पवार के संपर्क में नेता
तटकरे ने दावा किया कि राकांपा-शरदचंद्र पवार के कुछ नेता उनके पक्ष में जाने के इच्छुक हैं। लोकसभा सदस्य तटकरे ने कहा, ‘‘उनमें से कुछ मेरे संपर्क में हैं, जबकि अन्य अजित पवार के संपर्क में हैं। हम चुनाव से पहले उस पक्ष से किसी को भी अपनी पार्टी में शामिल करने के विरोध में नहीं हैं। ” तटकरे ने यह भी दावा किया कि सरकार में शामिल होने के फैसले के बाद से उनके गुट को समाज के विभिन्न वर्गों से अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। राकांपा (शरदचंद्र पवार) ने बुधवार को उन खबरों को खारिज कर दिया कि वह किसी अन्य राजनीतिक दल के साथ विलय की योजना बना रही है।