उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में एसपी ऑफिस के बाहर एक फरियादी ने खुद को आग के हवाले कर दिया. पीड़ित फरियादी पुलिस से बार-बार न्याय की गुहार लगा रहा था. सुनवाई न होने से परेशान फरियादी ने यह आत्मघातक कदम उठाया. जिस वक्त फरियादी ने खुद को आग के हवाले किया उस दौरान उसकी पत्नी व बच्चे साथ थे. उसको आग में घिरा देख पत्नी व बच्चों में चीख-पुकारा मच गई.
फरियादी द्वारा आग लगाए जाने से एसपी ऑफिस में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में पुलिसकर्मियों ने उस पर कंबल डालकर आग पर काबू पाया. आग लगने से फरियादी गंभीर रूप से घायल हो गया. उसको इलाज के लिए राजकीय मेडिकल कॉलेज ले जाया गया. फरियादी की हालत गंभीर बनी हुई है. उसका इलाज चल रहा है. जिस वक्त यह घटना घटी उस दौरान जिला एसपी अपने ऑफिस में थानेदारों से गूगल मीट कर रहे थे. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
फरियादी ने खुद को किया आग के हवाले
जिले के कांट थाना क्षेत्र के रहने वाला ताहिर अली अपनी फरियाद लेकर एसपी आफिस पहुंचा था. वह अपनी फरियाद पुलिस के पास लेकर गया. उसे बार-बार टरका दिया जाता था. मंगलवार को वह काफी तंग आ चुका था. वह अपनी पत्नी और बच्चे के साथ एसपी ऑफिस पहुंचा था. पुलिस द्वारा उसकी सुनवाई न होने से ताहिर ने अपने ऊपर पेट्रोल डाल आग लगा ली. देखते ही देखते वह पूरी तरह आग की लपटों में घिर गया. आग लगने से वहां हड़कंप मच गया. साथ आए बीबी व बच्चा रोने लगे. आग में घिरे ताहिर की चीख-पुकार सुन वहां मौजूद पुलिसकर्मी आ गए. वह आग बुझाने के कोशिश करने लगे. पुलिस कर्मियों ने कंबलों की मदद से आग को बुझाया.
पुलिस चौकी से गायब हो गई गाड़ियां
उमेश ने ताहिर की दो गाडियां किराये पर ली थीं. कुछ दिन बाद उमेश ने ताहिर को किराया देना बंद कर दिया. यह मामला पुलिस थाने तक पहुंचा तो दोनों गाडियां पुलिस चौकी में खड़ी करा दी गईं. ताहिर का आरोप है कि उसकी दोनों गाडियां पुलिस चौकी से गायब हो गईं. वह अपनी गाड़ियों की तलाश में लगातार थाने के चक्कर काट रहा है. बताया जा रहा है कि फरियादी ताहिर अली इससे पहले चौकी इंचार्ज से लेकर कप्तान और आईजीआरएस तक फरियाद कर चुका था, लेकिन उन्हें न्याय नहीं मिला. मजबूरन ताहिर अली को आत्मदाह करने के लिए कदम उठाना पड़ा.
अखिलेश यादव ने साधा निशाना
ताहिर द्वारा आत्मदाह की कोशिश करने की खबर पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ‘X’ पर वीडियो अपलोड कर पोस्ट की है. उन्होंने लिखा है, ‘शाहजहाँपुर में पिकप चोरी होने की रिपोर्ट दर्ज न करने से आहत जिस युवक ने SP ऑफिस के सामने पहुंच कर आग लगाई है, उसको तत्काल सर्वश्रेष्ठ चिकित्सा सुविधा दी जाए और इसके लिए ज़िम्मेदार लोगों के ख़िलाफ़ आत्महत्या के लिए उकसाने का मुक़दमा दर्ज कर सख़्त से सख़्त कार्रवाई की जाए। जब FIR इतनी कम होती हैं तब तो NCRB की रिपोर्ट में उप्र की क़ानून-व्यवस्था की इतनी दुर्गत दिखाई देती है। अगर सच में हर अपराध की रिपोर्ट लिखाई जाए तो पता नहीं उप्र में तथाकथित अमृतकाल ही शर्म से आत्मदाह न कर ले।