Hazaribagh से पैदल चलकर CM आवास पहुंचा प्रतिनिधिमंडल, रामनवमी पर राम रथ यात्रा को निकालने की लेंगे अनुमति
Hazaribagh: झारखंड में रामनवमी हजारीबाग (Hazaribagh) के रामनवमी त्योहार का महत्व अंतरराष्ट्रीय है। इसलिए इसे राजकीय त्योहार का दर्जा दिया जाए, सहित 6 सूत्री मांगों को लेकर हजारीबाग से पैदल चलकर प्रतिनिधिमंडल CM आवास पहुंचा।
प्रतिनिधिमंडल का कहना है कि राजधानी से मात्र 42 km की दूरी पर स्थित महूदि गांव में पिछले 40 वर्षों से राम रथ यात्रा को रोका गया है और इस रथ यात्रा को रोकने के लिए प्रशासन द्वारा इस कदर बैरिकेडिंग की जाती है कि उस तरह की बैरिकेडिंग पाकिस्तान बॉर्डर पर भी नहीं है। प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि आलम ये है कि महूदि गांव के लोग आतंक में जीते हैं। उन्हें लगता है कि रामनवमी का त्योहार न आए तो अच्छा है। प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि 1984 से वहां रामनवमी पर राम रथ यात्रा को निकालने की अनुमति नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि इस प्रतिबंध को समाप्त कर 1984 के पहले की स्थिति को बहाल किया जाए। उन्होंने कहा कि महूदी में राम उत्सव मनाने की इजाजत दी जाए। इसके साथ ही रामनवमी पर धारा 144 नहीं लगाया जाए और DJ बजाने की इजाजत दी जाए।
एक राम भक्त अमन कुमार ने कहा कि बड़कागांव से 24 किलोमीटर दूर महूदी में राम उत्सव मनाने के लिए लोग रोते हैं। वहां के वर्तमान जिला प्रशासन, विधायक, नेताओं द्वारा हिंदू-मुस्लिम के बीच विवाद पैदा करके ये बोला जाता है कि दंगा हो जाएगा। लॉ एंड ऑर्डर खराब हो जाएगा और वहां शोभायात्रा निकालने की इजाजत नहीं दी जाती है। हम यहां सीएम चंपाई से मिलने पहुंचे हैं। उनसे फेस टू फेस मिलेंगे और अपनी बातों को रखेंगे। कहेंगे कि बड़कागांव महुदी में रामनवमी की श्री राम शोभायात्रा पर लगा प्रतिबंध अविलंब समाप्त किया जाए। डीजे को लेकर रामभक्तों पर दर्ज एफआईआर खारिज की जाए।