हमारे पूरे शरीर के मूवमेंट बिना किसी दर्द और परेशानी के सुचारू रूप से चलें, इसके लिए जरूरी है कि हड्डियां और मांसपेशियां मजबूत रहें. हड्डियों में कमजोरी और जोड़ों में दर्द की समस्या पहले के वक्त में एक उम्र के बाद होती थी और इसे हड्डियों से जुड़ी बीमारियों को बुढ़ापे की निशानी कहा जाता है, लेकिन हड्डियां किसी भी उम्र में कमजोर हो सकती हैं अगर खानपान सही न रखा जाए. कैल्शियम और विटामिन डी की कमी की कमी से कम उम्र में ही मांसपेशियों और हड्डियों में दर्द, हड्डियां कमजोर होकर टूट-फूट होना, हड्डियों का टेढ़ा पड़ जाना जैसी समस्याएं होने लगती हैं. इसलिए कुछ फूड्स को अपनी डाइट में जगह देनी चाहिए.
कैल्शियम की कमी से हड्डियों के कमजोर होने के साथ ही नाखून, दांत भी खराब होने लगते हैं. वहीं विटामिन डी की कमी से कमजोरी, मांसपेशियों में ऐंठन, थकान जैसी समस्याएं होती हैं. तो चलिए जान लेते हैं कि कौन से फूड्स को डेली डाइट का हिस्सा बनाना चाहिए.
डेयरी उत्पादों में होता है भरपूर कैल्शियम
कैल्शियम की बात हो तो सबसे पहले दूध ही याद आता है. मजबूत हड्डियों या कहें कि पूरी तरह से हेल्दी रहने के के लिए जरूरी की बच्चों से लेकर बड़ों तक को डेली रूटीन में एक गिलास दूध लेना चाहिए. इसके अलावा दही, पनीर जैसे डेयरी उत्पादों में भी भरपूर मात्रा में कैल्शियम और विटामिन डी होता है.
अंडा को दें अपनी डाइट में जगह
अंडा भी न्यूट्रिएंट्स का पावर हाउस माना गया है. इसके सफेद भाग में भरपूर मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है, तो वहीं ये विटामिन डी और कैल्शियम का भी अच्छा सोर्स है. इसलिए मांसपेशियों और हड्डियों की मजबूती के लिए अंडा को डाइट में जगह दें.
मशरूम शाकाहारी लोगों के लिए है बेस्ट ऑप्शन
शाकाहारी लोगों के लिए विटामिन डी से भरपूर फूड्स में मशरूम अच्छा ऑप्शन है. इसमें प्रोटीन, फॉस्फोरस, पोटैशियम, कॉपर, विटामिन बी, सी भी अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं.
बादाम हैं कैल्शियम का अच्छा सोर्स
कैल्शियम रिच बादाम आपकी हड्डियों को तो मजबूत बनाते ही हैं, साथ ही में ये आपके दिल और दिमाग के लिए भी बेहद फायदेमंद होते हैं, क्योंकि इसमें गुड फैट्स पाए जाते हैं. रोजाना सुबह भीगे हुए बादाम खाना फायदेमंद माना जाता है.
पालक में है भरपूर कैल्शियम
आयरन हो या कैल्शियम पालक कई न्यूट्रिएंट्स का खजाना है. इसे डाइट में शामिल करना आपको एनीमिया से लेकर कमजोर हड्डियों से भी बचाव करता है. इसलिए पालक को बच्चों से लेकर बड़ों तक की डाइट में शामिल करना चाहिए.