इंदौर। इन दिनों कुत्तों के काटने के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इंदौर में हर कोई इससे परेशान है। समाचार पत्रों में हमेशा यह मामला छाया रहता है। तमाम प्रयासों के बावजूद यह समस्या नियंत्रित नहीं हो रही। लगातार बढ़ रहे कुत्ते के आतंक से रहवासियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस मामले में हाई कोर्ट में यह जनहित याचिका दायर की थी। याचिका में कहा था कि इंदौर में शायद ही ऐसा कोई क्षेत्र होगा जहां कुत्तों का आतंक न हो। शहर में कुत्तों के काटने के मामले में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।
वहीं नगर निगम ने कुत्तों की नसबंदी के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च किए हैं, बावजूद इसके इनकी संख्या कम नहीं हुई। इंदौर में सिर्फ शासकीय क्लीनिक पर ही एंटी रैबीज टीका लगाने की व्यवस्था है, जबकि नियमानुसार हर शासकीय अस्पताल में एंटी रैबीज इंजेक्शन लगाने की व्यवस्था होना चाहिए। इधर बीते दो माह में डॉग बाइट के 9000 मामले सामने आए हैं। जिसमें जनवरी में 4907 और फरवरी में 4500 के करीब मामले है। वहीं डॉग बाइट के सबसे ज्यादा मामले मुसाखेड़ी में दर्ज किए गए हैं।