गौरव वल्लभ ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को आज सुबह इस्तीफा सौंप दिया. इस्तीफा देते वक्त गौरव वल्लभ ने कहा कि मैं सनातन विरोधी नारे नहीं लगा सकता. जिस के बाद अब खबर सामने आई है कि गौरव वल्लभ ने बीजेपी का दामन थाम लिया है. साथ ही उन्होंने इस्तीफा देते वक्त सुबह सोशल मीडिया पर एक पत्र डाला था, जिस पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि पत्र में मैंने अपने सारे मुद्दे, मन की बात रख दी.
गौरव वल्लभ ने राम मंदिर पर बोलते हुए कहा कि राम मंदिर उद्घाटन में कांग्रेस ना जाए ये मैं स्वीकार नहीं कर सकता. इससे पहले भी वल्लभ ने कहा था कि सनातन विरोधी नारे नहीं लगा सकता. वल्लभ ने कहा कि मैंने एक पत्र भी सोशल मीडिया पर डाला और अपनी सारी व्यथा लिखी. मेरा दृष्टिकोण हमेशा से रहा है कि राम मंदिर बने और इसका न्योता भी मिले और हम जाए. मुझे लगता है कि कांग्रेस की नीति गलत है.
सनातन पर क्या बोले वल्लभ
साथ ही वल्लभ ने कहा कि कोई सनातन के गाली दे तो मैं चुप नहीं रह सकता. कांग्रेस पार्टी के नेता ने सनातन धर्म पर प्रश्न उठाए. मैने सारी व्यथा इस चिट्ठी में लिखा है. सनातन को गाली देने पर चुप्पी साध लेते है. देश में वेल्थ क्रिएटर गलत नहीं हो सकता. इससे पहले उन्होंने कहा था कि सनातन विरोधी नारे नहीं लगा सकता. उन्होंने कांग्रेस की कार्यशैली पर सवाल उठाए. साथ ही उन्होंने कहा कि इन दिनों कांग्रेस पार्टी गलत दिशा में जा रही है. उन्होंने इस्तीफा देते वक्स सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि कांग्रेस पार्टी आज जिस प्रकार से दिशाहीन होकर आगे बढ़ रही है,उसमें मैं खुद को सहज महसूस नहीं कर पा रहा. वल्लभ ने कहा कि वो सुबह शाम देश के वेल्थ क्रिएटर्स को गाली नहीं दे सकते.
2023 में उदयपुर से लड़ा था चुनाव
वल्लभ ने कहा एक तरफ कांग्रेस पार्टी जाति जनगणना की बात करती है और दूसरी तरफ पार्टी पूरे हिंदू समाज के खिलाफ खड़ी दिखाई देती है. इस तरह की बातों से समाज में एक गलत संदेश जाता है की कांग्रेस पार्टी किसी एक ही धर्म को स्पोर्ट करती है. उन्होंने कहा ये कांग्रेस के सिद्धांतों के खिलाफ है. गौरव वल्लभ ने साल 2023 में उदयपुर से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था लेकिन बीजेपी के प्रत्याशी से 32 हजार वोटों से हार गए थे.