सांवेर। लोकसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है। इसको लेकर आम जनता में भी अपने उम्मीदवारों को लेकर चर्चा और इस बार चुनाव में स्थानीय समस्याओं को हल होने की उम्मीद भी आम लोगों को हैं। जगह-जगह चौपालों पर स्थानीय मुद्दों और समस्याओं को लेकर चर्चा जारी है। सांवेर नगर के बरगुंडा मोहल्ले में भी इसी तरह की चर्चाएं होती है, जिसमें सबसे अधिक समस्याएं किसानों की है। किसानों को अपनी उपज का मूल्य नहीं मिलना और खराब फसल का बीमा ना होने की समस्या अधिक हैं। इसके अतिरिक्त इंदौर से उज्जैन की ओर जाने वाला फोरलेन मार्ग भी सांवेर से होते हुए जाता है। इस मार्ग पर दुर्घटनाओं में घायलों को इलाज के लिए ट्रामा सेंटर बनाने को लेकर भी चौपाल पर चर्चाएं हो रही हैं।
किसान कैलाश चौधरी और केदार पटेल ने बताया कि सांवेर में गेहूं और सोयाबीन की खेती अधिक होती है। मौसम की मार से किसानों की उपज प्रभावित होती है। इस बार अतिवृष्टि के कारण गेहूं खराब हुआ है। जहां गेहूं 20 क्विंटल प्रति बीघा होता है वहां पर छह-सात बीघा ही हुआ है। इसके साथ ही इसकी गुणवत्ता पर भी असर हुआ है। गुणवत्ता कम होने के कारण समर्थन मूल्य में भी गेहूं की खरीदी नहीं हो रही है।