टी20 वर्ल्ड कप 2024 के लिए टीम इंडिया में किसे जगह मिलनी चाहिए, किसे नहीं, ये बहस अब खत्म हो चुकी है. रोहित शर्मा की कप्तानी में वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया के स्क्वॉड का ऐलान हो चुका है. अब चर्चा का मुद्दा बदल चुका है. अब बातें इस पर हो रही हैं कि किसे प्लेइंग इलेवन में जगह मिले, कौन किस पोजिशन पर बैटिंग करे और कितने स्पिनर या पेसर मैदान पर उतरने चाहिए. इसमें सबसे अहम है बैटिंग ऑर्डर कैसा हो और इसके लिए एक ऐसा सुझाव आया है, जिसमें कप्तान रोहित को अपनी कुर्बानी देनी पड़ सकती है.
टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज ऑलराउंडर अजय जडेजा ने ये सुझाव दिया है, जो शायद कई फैंस और एक्सपर्ट्स को पसंद न आए. जडेजा का मानना है कि टी20 वर्ल्ड कप के दौरान टीम इंडिया को बैटिंग ऑर्डर में एक बड़ा बदलाव करना चाहिए. उनका मानना है कि भारतीय कप्तान रोहित शर्मा को ओपनिंग छोड़कर तीसरे नंबर पर आना चाहिए और ओपनिंग की जिम्मेदारी स्टार बल्लेबाज विराट कोहली को देनी चाहिए.
इसलिए होना चाहिए ये बदलाव
आईपीएल 2024 के मैच के दौरान जडेजा ने जियो सिनेमा पर कॉमेंट्री के दौरान वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के बैटिंग ऑर्डर को लेकर बात की. उन्होंने कहा कि विराट कोहली को ओपनिंग करनी चाहिए और रोहित को तीसरे नंबर पर जाना चाहिए, ताकि उन्हें गेम को समझने का मौका मिले. जडेजा ने इस सुझाव के पीछे 2 तर्क दिए. पहले तो उन्होंने रोहित की मौजूदा स्थिति को लेकर कहा कि उनके साथ मौजूदा वक्त में काफी कुछ घट रहा है और ऐसे में उन्हें थोड़ा वक्त मिलेगा.
दूसरा तर्क और भी अहम था और ये विराट कोहली के सही इस्तेमाल पर है. जडेजा ने कहा कि कोहली के साथ टीम इंडिया को रनों के मामले में तो निरंतरता मिलेगी ही लेकिन सबसे बड़ी बात ये है कि वो पावरप्ले में ज्यादा बेहतर खेल सकते हैं क्योंकि यहां उन्हें सेट होने का मौका मिलता है. अगर जडेजा की बात को माना जाए तो विराट कोहली और यशस्वी जायसवाल ओपनिंग करते हुए दिख सकते हैं, जबकि तीसरे पर रोहित शर्मा की एंट्री होगी.
कोहली को सबसे ज्यादा फायदा
जडेजा के इस सुझाव का फायदा टीम इंडिया को और खास तौर पर विराट कोहली को मिल सकता है. वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया के सेलेक्शन से पहले ये विराट कोहली के चयन को लेकर चर्चा हो रही थी क्योंकि उनका स्ट्राइक रेट लगातार बहस का कारण था. खास तौर पर मिडिल ओवर्स में और स्पिनर्स के खिलाफ उनके रनों की रफ्तार में आने वाली कमी को टीम की जरूरतों के खिलाफ माना जाता रहा है. हालांकि पावरप्ले में वो तेज बैटिंग करने में सफल रहे हैं और अगर ऐसा ही वो वर्ल्ड कप में भी करते हैं तो टीम इंडिया का फायदा हो सकता है.