लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे अलग-अलग जगहों पर चुनाव प्रचार कर रहे हैं. इसी बीच राहुल गांधी ने अपने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया है. यह वीडियो तब की है जब राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे कर्नाटक में चुनाव प्रचार कर रहे थे. वीडियो में राहुल गांधी ने मल्लिकार्जुन खरगे और कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के साथ चुनाव और कैंपेन को लेकर कुछ सवाल किए, जिसे उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किया है. राहुल गांधी ने इसके साथ कैप्शन में लिखा कर्नाटक में एक दिन का चुनाव प्रचार. कुछ हल्के तीव्र प्रश्न और कुछ बहुत ही शानदार कंपनी.
राहुल गांधी ने सबसे पहले मल्लिकार्जुन खरगे से सवाल किया कि उनके हिसाब से कैंपेन में क्या अच्छाई और क्या खराबी है, इस पर खरगे ने जवाब दिया कि कैंपेन में कोई भी बुराई नहीं है उल्टा कैंपेन में काफी कुछ अच्छा होता है. उन्होंने कहा कि कैंपेन में जो कुछ भी कर रहे हैं वो देश के ही लिए कर रहे हैं और जो लोग देश को खराब कर रहा है उसे रोकने के लिए कर रहे हैं. आगे उन्होंने कहा कि हमें कैंपेन के दौरान काफी अच्छा लगता है क्योंकि उस वक्त हमें लगता है कि हम देश के लिए कुछ कर रहे हैं.
सिद्धारमैया से सवाल- सत्ता जरूरी है या विचारधारा?
मल्लिकार्जुन खरगे के साथ-साथ सिद्धारमैया भी मौजूद थे जिससे राहुल गांधी ने सवाल किया. कांग्रेस नेता ने सिद्धारमैया से पहला सवाल किया कि सत्ता जरूरी है या विचारधारा इस पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि विचारधारा, इसकी वजह बताते हुए उन्होंने कहा कि विचारधारा सबसे जरूरी है पार्टी की पार्टी की विचारधारा और पार्टी के कार्यक्रम को लोगों के सामने रखना होगा और क्या हुआ अगर आप सत्ता में हैं तो आपको लोगों को हमारी उपलब्धियां बतानी होंगी, जिसके बाद लोग आपकी और आपके पार्टी की सराहना करेंगे और हमें आशीर्वाद भी देंगे.
A day campaigning in Karnataka.
Some light rapid fire questions and some very illustrious company. pic.twitter.com/xHoqK3AF5T
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 5, 2024
विचारधारा को कायम रखना है काफी मुश्किल: खरगे
सत्ता और विचारधारा के सवाल पर खरगे ने कहा कि सत्ता आती है और चली जाती है लेकिन विचारधारा को हमेशा कायम रखना पड़ता है और विचारधारा को कायम रखना ही बड़ी बात है.आगे उन्होंने इस सवाल पर कहा कि इसके लिए हमारा नेता होना एक कुर्बानी ही है. दोनों ही नेताओं के जवाब की सराहना करते हुए राहुल गांधी ने दिए गए जवाब पर अपनी सहमति जाहिर की और कहा कि मेरे मुताबिक, विचारधारा की अच्छी समझ न होने से आप सत्ता में नहीं जा सकते.