अगर आप टीवी-चैनल रेगुलर देखते हैं या फिर किसी फाइनेंस बेस्ड यूट्यूब चैनल को फॉलो करते हैं तो आप नोटिस किए होंगे कि एक्सपर्ट म्यूचुअल फंड में नियमित निवेश करने की अपील करते रहते हैं, इसससे निवेशक को लॉन्ग टाइम पीरियड के अपने फाइनेंशियल लक्ष्यों को आसानी से हासिल करने में मदद मिल सकती है. आज हम आपको जिस स्कीम के बारे में बताने वाले हैं, वह एसबीआई बैंक से जुड़ा है. उसने जितना रिटर्न दिया है. उसमें सिर्फ 10 साल में एक लाख का 84 लाख बन गया है.
अगर आफ किसी म्यूचुअल फंड में निवेश करने की योजना बनाते हैं तो हो सकता है कि आपके दिमाग में सबसे पहला ख्याल उस फंड को लेकर यह आए कि उसने लास्ट वन ईयर में कितना रिटर्न दिया है. इस सवाल का सटीक जवाब आपको पता चले उससे पहले आइए समझ लेते हैं कि कॉन्ट्रा फंड की कैटेगरी का क्या मतलब होता है?
क्या होता है कॉन्ट्रा फंड?
कॉन्ट्रा फंड ऐसे इक्विटी म्यूचुअल फंड होते हैं जो सेबी के म्यूचुअल फंड योजनाओं के क्लासिफिकेशन के अनुसार, शेयरों में कम से कम 65 प्रतिशत के साथ विपरीत निवेश रणनीति का पालन करते हैं. एसबीआई कॉन्ट्रा फंड में एक साल पहले किया गया निवेश बढ़कर 1.47 लाख रुपए हो गया होगा, क्योंकि यह योजना पिछले 12 महीनों में 47 प्रतिशत बढ़ी है. पिछले 3 साल में इस स्कीम ने 29.72 फीसदी का रिटर्न दिया है. इसका मतलब है कि अगर किसी ने तीन साल पहले एक लाख रुपए का निवेश किया था, तो वह बढ़कर 2.18 लाख रुपए हो गया होगा.
ऐसे बनता 84 लाख का फंड
इसी तरह 1 लाख का निवेश 24.69 प्रतिशत की चक्रवृद्धि दर से बढ़कर पांच वर्षों में 3.02 लाख रुपए हो जाएगा. 10 वर्षों की अवधि में 1 लाख रुपए का निवेश 18.91 प्रतिशत के वार्षिक रिटर्न से बढ़कर 5.65 लाख रुपए हो गया होगा. इसी तरह, यदि निवेश योजना के लॉन्च के समय ही किया गया होता, तो निवेश 19.64 प्रतिशत का सीएजीआर रिटर्न देता, इस प्रकार रिटर्न बढ़कर 84.75 लाख रुपए हो जाता.
टेन्योर | रिटर्न (%) | कितने रुपए का मिला रिटर्न (Rs) |
1 | 47.76% | 1.47 lakh |
3 | 29.72% | 2.18 lakh |
5 | 24.69% | 3.02 lakh |
10 | 18.91% | 5.65 lakh |
टोटल फंड | 19.64% | 84.75 lakh |