मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले के किरनापुर थाना अंतर्गत आने वाले ग्राम रामगढ़ी में दहेज में मोटरसाइकिल और सोना चांदी के साथ किराया नहीं देने पर दूल्हा बारात लेकर नहीं पहुंचा। दरअसल रमगढ़ी मे रहने वाले सूर्यवंशी परिवार की बेटी का विवाह होना था। लेकिन दूल्हा बारात लेकर ही नहीं आया इसके बाद शादी के खुशियों के पल सन्नाटे में बदल गए। प्राप्त जानकारी के अनुसार नरेंद्र सूर्यवंशी की बेटी का विवाह महाराष्ट्र के नागपुर निवासी अश्विन पिता धनराज चौहान के साथ तय हुआ था।
जिसकी पूरी धूमधाम से तैयारी की गई थी। दहेज, साज सज्जा सहित आने वाले मेहमानों और बारातियों के लिए भोजन पंडाल सजा दिए गए थे. मंडप भी सज कर तैयार था। लेकिन अचानक दूल्हा और उसके परिजनों ने बारात लाने से मना कर दिया। बताया जा रहा है कि दहेज के लालची दूल्हा अश्विन चौहान ने एक दिन पहले उन्हें दहेज में सोने की चैन एक मोटरसाइकिल सहित 2 लाख रुपए नगद मांगे और नहीं देने पर बारात नही आएगी कहकर बात की थी।
खुशी का माहौल सन्नाटे में बदल गया
लड़की के परिजनों ने गरीब होने के चलते असहमति जताई और लड़के वालों के परिजनों से बारात लेकर आने का आग्रह किया। जब 10 मई लग्न की तारीख आई और बारात देर रात तक नहीं आई। जानकारी लगते ही लड़की के माता पिता के दिलो पर पहाड़ टूट गया। घर में आए सभी मेहमानों को जानकारी लगी तो खुशी का माहौल सन्नाटे में बदल गया। दुल्हन के पिता नरेंद्र सूर्यवंशी ने 12 मई को किरनापुर थाने में शिकायत दर्ज की अब पुलिस मामले मे जांच कर रही है।