मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी को सुप्रीम कोर्ट ने दिवंगत पिता की प्रार्थना सभा में शामिल होने की अनुमति दी है. 10 जून को मुख्तार अंसारी के पैतृक गांव गाजीपुर में ये प्रार्थना सभा होनी है.
अब्बास प्रार्थना सभा के अलावा 11 और 12 जून को अपने परिवार के साथ समय बिता पाएंगे. 13 जून को वापस उन्हें कासगंज जेल शिफ्ट किया जाएगा. प्रार्थना सभा में शामिल होने के लिए अब्बास को 9 जून को कासगंज से गाजीपुर जेल शिफ्ट किया जाएगा.
क्यों जेल में हैं अब्बास अंसारी?
पिछले साल नवंबर महीने में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने अब्बास अंसारी को जमानत देने से मना कर दिया था. तब अदालत ने पाया था कि नई दिल्ली में अब्बास के ठिकाने से भारी मात्रा में हथियार बरामद हुए थे, ऐसे में उन्हें जमानत नहीं दी जा सकती.
अदालत को इस बात की आशंका थी कि जमानत मिलने पर अब्बास गवाहों पर असर डाल सकते हैं और सबूतों के साथ छेड़छाड़ कर सकते हैं. अब्बास अंसारी फिलहाल उत्तर प्रदेश के कासगंज जेल में बंद हैं.
पिता की मौत के बाद के घटनाक्रम
मुख्तार अंसारी की मृत्यु 28 मार्च को हुई थी. मुख्तार अंसारी उम्रकैद की सजा काट रहे थे. मुख्तार की जान दिल का दौरा पड़ने से गई थी. अब्बास अंसारी फिलहाल विधायक हैं और आर्म्स लाइसेंस के एक मामले में न्यायिक हिरासत का सामना कर रहे हैं.
प्रार्थना सभा में शामिल होने के लिए अब्बास को इजाजत जरुर मिली है लेकिन अब्बास को इस दौरान पुलिस हिरासत में रहना होगा. सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर अब्बास ने अपने पिता की याद में होने वाले प्रार्थना सभा में शामिल होने की मांग की थी.
सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस के.वी. विश्वनाथन की पीठ ने अब्बास को प्रार्थना सभा में शामिल होने की इजाजत दी. अब्बास पिता मुख्तार अंसारी के अंतिम संस्कार में भी शामिल नहीं हो पाए थे.
हालांकि, बाद में अदालत ने उन्हें परिवार वालों से मिलने की अनुमति दी थी. ये मुलाकात पुलिस हिरासत ही में हुई थी.