यमुनोत्री मार्ग पर यात्रियों को वाहन के अंदर करना पड़ रहा 10-12 घंटे तक इंतजार, बिना दर्शन लौट रहे लोग
चारोंधामों के कपाट खुलने के बाद गंगोत्री और यमुनोत्री में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ती जा रही है. यात्रा शुरू होने के पहले 6 दिनों में श्रद्धालुओं की संख्या ने बीते सालों के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. आलम यह है कि यात्रा में आए श्रद्धालुओं को बीच रास्ते में रोका जा रहा है, जिस वजह से वे होटल तक नहीं पहुंच पा रहे हैं. इस बीच होटल और दूसरी सुविधाओं के व्यवसायी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
होटल समेत दूसरे व्यवसायियों ने पालीगाड़ में यमुना घाटी होटल एसोसिएशन के बैनर तले जूलूस निकाला. साथ ही उत्तराखंड सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की. इस दौरान उनके साथ पालीगाड़ में रोके गए श्रद्धालु भी शामिल हो गए. उन्होंने भी विरोध प्रदर्शन किया. इस बीच होटल के एसोसिएशन के अध्यक्ष सोबन सिंह राणा का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि चारधाम की यात्रा शुरू हुए 6 दिन हो गए हैं लेकिन अभी भी यात्रा के रास्तों पर अरेंजमेंट्स पूरी तरीके से नहीं हुए है.
लौट रहे बिना दर्शन के
सोबन सिंह ने दावा किया कि यमुनोत्री मार्ग पर जगह-जगह श्रद्धालुओं को वाहन के अंदर 10-12 घंटे तक रुककर इंतजार करना पड़ रहा है. साथ ही श्रद्धालुओं को इंतजार करने के बाद भी यातायात जाम का हवाला देते हुए आगे जाने से मना किया जा रहा है, जिस वजह से तीर्थयात्रियों के आगे का कार्यक्रम खराब हो रहा है और इसी कारण से कई यात्री यमुनोत्री धाम की यात्रा किए बगैर ही लौट रहे हैं.अध्यक्ष सोबन सिंह राणा ने कहा है कि मुख्यमंत्री धामी को इस मामले में तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए. ताकि श्रद्धालु सुगमता से अपनी यात्रा कर सकें.
सीएम ने दिए निर्देश
गंगोत्री और यमुनोत्री धामों के दर्शन करने पहुंचे श्रद्धालुओं की संख्या ने यात्रा के शुरूआती दिनों में बीते सालों के रिकार्ड तोड़ दिए हैं. आंकड़ों के अनुसार, मंगलवार को 15,630 श्रद्धालुओं ने यमुनोत्री के दर्शन किए जबकि गंगोत्री धाम में 11 मई को एक दिन में सबसे ज्यादा 18,973 तीर्थयात्री पहुंचे. यात्रियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए मुख्यमंत्री ने अपने सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम को उत्तरकाशी में कैंप करने और गंगोत्री, यमुनोत्री में यात्रा के इंतजामों की लगातार निगरानी करने को कहा है.साथ ही मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने यात्रा मार्ग पर चल रही बिना रजिस्ट्रेशन वाली बसों और दूसरे वाहनों के मुद्दे पर ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट को टूर आपरेटर के साथ बैठक करने के निर्देश दिए गए हैं.
हुए इतने रजिस्ट्रेशन
चारधाम महापंचायत के सदस्य के मुताबिक, धामों में बड़ी संख्या में आ रहे लोगों में श्रद्धालुओं के साथ ही यू ट्यूबर और ब्लॉगर भी शामिल हैं, जिनके लिए मंदिरों में पूजा करना बैन है.पुलिस ने यात्रियों की संख्या बढ़ जाने के बाद श्रद्धालुओं से अपनी यात्रा रविवार को एक दिन के लिए टालने का अनुरोध किया था.वहीं, गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने श्रद्धालुओं के इतनी बड़ी संख्या में आने को उत्तराखंड का सौभाग्य बताया. साथ ही कहा कि इसके साथ ही कुछ चुनौतियां भी होती हैं,जिनसे निपटने के लिए हर संभव कोशिश की जा रहे है. 15 अप्रैल से 14 मई तक चार धामों में ऑनलाइन 26,73, 519 रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं जबकि हरिद्वार एवं ऋषिकेश में आठ मई से शुरू किए गए ऑफलाइन काउंटर के माध्यम से 1,42,641 रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं.