अत्यधिक पड़ रही गर्मी और बदलते मौसम के चलते ग्रामीण इलाकों में डायरिया, वायरल बुखार, खांसी-जुकाम फैलना शुरू हो गया है। अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। बदलते मौसम का सबसे ज्यादा असर बच्चों पर पड़ रहा है। बलौदा बाजार के पलारी तहसील क्षेत्र के ग्राम बालौदी में फैली गंदगी, दूषित पानी और खाना खाकर 50 से अधिक लोग बीमार हैं। इनमें से 19 लोगों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पलारी में भर्ती कराया गया है जबकि कई मरीजों को जिला अस्पताल और रायपुर में भी रिफर किया जा चुका है। डायरिया और मौसमी बीमारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए बलौदा बाजार के मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ एमपी महिश्वर स्वास्थ्य दल के साथ ग्राम बलौदी पहुंचे। गांव में पहले डायरिया पीड़ित पालेंद्र कुमार के घर गए। जानकारी लेने के बाद पूरे गांव का दौरा किया।
बलौदा बाजार जिले के पलारी में आने वाले ग्राम बलौदी और कुसमी में डायरिया का प्रभाव देखने मिल रहा है। पलारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पिछले दो दिनों की ओपीडी 100 के पार रही है। वजह दोनों गांव से डायरिया से पीड़ित मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं। इनमें 25 से 30 लोग उल्टी-दस्त से पीड़ित रहे, जबकि बच्चों को डायरिया की शिकायत पर भर्ती किया गया है। वहीं वायरल बुखार, जुकाम, खांसी व अन्य बीमारी के मरीज अस्पताल पहुंचे हैं।
पलारी से लगे ग्राम बलौदी में 50 से अधिक लोग डायरिया से पीड़ित है जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा है। इसी तरह कुसमी में 5 से अधिक लोग डायरिया से पीड़ित मिले हैं, जिन्हें उपचार के लिए पलारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया है। डॉक्टरों ने बीमारी फैलने की सबसे बड़ी वजह शादी विवाह का सीजन बताया है। कई लोग शादी से गांव लौटे है। खान-पान की वजह से बीमारी फैल रही है। इसके अलावा गांव में पानी का साधन एक मात्र तालाब है जिसका इस्तेमाल जानवर और ग्रामीण एक साथ करते हैं। तालाब में ही नहाते हैं, वहीं पानी के लिए सार्वजनिक नालों और टंकियों में भरे पानी का इस्तेमाल करते हैं।