खरगोन जिले के बड़वाह थाना में रात करीब 11.30 बजे पंचवटी होटल के कर्मचारी मोहन सिंह (33) अपने साथी शंभु (36) और अन्य दो व्यक्तियों के साथ 02 साल की बच्ची को थाने लेकर पहुंचे। उन्होंने बताया कि यह बच्ची पंचवटी होटल पर रो रही थी इसके माता पिता इसे छोड़कर चले गए हैं। यह सुनते ही अनुविभागीय अधिकारी पुलिस बड़वाह अर्चना रावत ने तुरंत थाना प्रभारी बड़वाह निरीक्षक निर्मल श्रीवास को निर्देश दिए और माता-पिता को ढूंढने के लिए एक टीम बनवाई।
इस टीम ने रात्रि में ही 02 वर्ष की बच्ची के माता पिता की तलाश के लिए सीमावर्ती थानों को सूचना देकर थाना बलवाड़ा सनावद, बड़वाह एवं सीमावर्ती थाना सिमरोल में तत्काल चैकिंग लगाई। साथ ही सोशल मीडिया पर टैक्सी ड्राइवरों के व्हाटसअप ग्रुप पर तथा अन्य व्हाट्सअप ग्रुप पर बच्ची के फोटो डाले कुछ देर बाद सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली कि दो कार से पंचवटी होटल पर खाना खाने रुके लोगों की बच्ची है जो इंदौर तरफ कुरावद तक पहुंच चुके हैं जो वापस आ रहे हैं। बच्ची के माता पिता थाने पर पहुंचे जिन्होंने बताया कि दो गाड़ी से परिवार के लोग ओंकारेश्वर दर्शन के लिए गये थे जहां से दर्शन करने के बाद महाकालेश्वर उज्जैन जा रहे हैं। वे दिल्ली से आये हैं तथा पंचवटी होटल पर खाना खाते समय वापस गाड़ी में बैठ गए। दंपति के दो लड़कियां जुड़वा है। उनको लगा कि एक बच्ची उसकी दादी समीता के पास दूसरी गाड़ी में होगी इस वजह से ध्यान नहीं दिया।
पूछताछ में उन्होंने बच्ची का नाम रुही आबुआ बताया तथा बच्ची के पिता का नाम विकास आबुआ माता सिमरन आबुआ निवासी 4/31-ए न्यू विश्वास नगर शहादरा दिल्ली 110032 का होना बताया। विकास के तीन बच्चे हैं। इस प्रकार बडवाह पुलिस की तत्परता एवं पंचवटी होटल के कर्मचारीयों के सराहनीय कार्य से 02 वर्ष की बालिका के माता पिता की रात्रि में ही तलाश कर कुछ ही समय में बालिका को उसके माता पिता के सुपुर्द किया गया। गठित टीम में उप निरीक्षक मोहरसिंह बघेल, उप निरीक्षक रेणुका राठौर व महिला आरक्षक संगीता का विशेष योगदान रहा।