भारतीय सेना को बड़ी कामयाबी मिली है. सेना के जाबांज सैनिकों ने इंफाल पूर्वी जिले में तीन इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) को सफलतापूर्वक निष्क्रिय कर दिया है. सैनिकों के इस काम से एक बड़ी घटना को होने से टाल दिया है. आईईडी मफौ बांध के पास नोंगडैम तांगखुल और एथम तांगखुल गांवों को जोड़ने वाली सड़क पर पाए गए थे. जिसे सैनिकों की सूझबूझ से निष्क्रिय कर दिया.
जानकारी के मुताबिक एक नियमित निगरानी अभियान के दौरान सेना के जवानों ने सड़क के किनारे एक साथ रखे तीन आईईडी को देखा था. जिसके बाद जवानों ने सतर्कता बरतते हुए तेजी से कार्रवाई की. इस दौरान इलाके की घेराबंदी कर दी गई साथ ही बम निरोधक दस्ते को इसके बारे में जानकारी दी गई.
बम निरोधक दस्ते ने आईईडी को किया नष्ट
सूचना मिलते ही बिना देर किए बम निरोधक दस्ता मौके पर पहुंचा और आईईडी को सुरक्षित रूप से नष्ट कर दिया. जिससे संभावित जान-माल की हानि और स्थानीय लोगों को चोट लगने से बचाया जा सका. बताया जा रहा है कि अगर आईईडी ब्लास्ट हो जाता तो इलाके में जान माल का काफी नुकसान होता. लेकिन जवानों की सतर्कता के चलते होने वाली अनहोनी को टाल दिया गया. इस दौरान आईईडी के साथ ही इलेक्ट्रॉनिक डेटोनेटर भी मिले, जिनका वजन 2 किलो और 5 किलो था.
हिंसा की चपेट में मणिपुर
पिछले कुछ महीनों से मणिपुर में लगातार हिंसा की वारदातें सामने आ रही है. हालात काफी बद्दतर होते जा रहे हैं. इस दौरान स्थानीय लोगों के साथ ही कई पुलिसकर्मी के साथ ही सुरक्षा बल के जवानों की भी मौत हो चुकी है. आए दिन राज्य के कई शहरों में आगजनी और गोलीबारी की खबरें सामने आ रही हैं. वहीं सुरक्षा बल मणिपुर राज्य में नागरिकों की सुरक्षा के लिए दृढ़ और प्रतिबद्ध हैं. वो हालात को सामान्य करने की पूरी कोशिश में हैं. सेना के जवान और पुलिसकर्मी लगातार चप्पे चप्पे पर नजर बनाए हुए हैं. ताकि किसी भी तरह की घटना को होने से रोका जा सके.