स्कूल फीस वृद्धि व किताबों में मुनाफाखोरी मामले के 19 आरोपित जेल के अंदर, मुश्किल से कटी रात, दो की रिमांड बढ़ी
जबलपुर। स्कूलों की फीस मुनाफाखोरी और किताबों की कमीशनखोरी में फंसे स्कूल संचालक,प्राचार्य के साथ पुस्तक विक्रेताओं ने केंद्रीय जेल में मुश्किल से रात काटी। फिलहाल 19 लोग जेल के अंदर हैं। ये सभी सुख सुविधाओं के बीच रहने वाले हैं जो शुक्रवार की रात जेल में कैद रहे। इन्हें जेल में शनिवार को तड़के पांच बजे उठा दिया गया। लाइन से सभी को खड़ा किया और फिर प्रार्थना कराई गई।
इधर आरोपितों को आम कैदियों की तरह ही जेल प्रशासन ने दो कंबल, दो चादर, एक कटोरी, एक किगलास और थाली। अब जेल के बैरक में आरोपितों को अपना बिस्तर खुद लगाना और उठाना होगा। खाना खाने के बाद बर्तन भी उन्हें खुद ही धोने होंगे।
इनकी बढ़ी रिमांड
न्यू राधिका बुक पैलेस के संचालक श्रीराम इन्दुरख्या और अशोक इन्दुरख्या को गोराबाजार पुलिस ने एक दिन की पुलिस रिमांड पर लिया था। उनकी रिमांड शनिवार को खत्म हुई। पुलिस ने उन्हें फिर से न्यायालय में पेश किया, जहां से दोनों की पुलिस रिमांड दो दिन के लिए बढ़ा दी गई। आरोपितों को अब सोमवार को फिर से न्यायालय में पेश किया जाएगा। एक दिन की रिमांड के दौरान आरोपितों की निशानदेही पर पुलिस ने फर्जी आईएसबीएन नम्बर वाली कई किताबें भी जब्त की।
यह है जेल में
क्राइस्ट चर्च स्कूलों के चैयरमैन अजय उमेश जेम्स, क्राइस्ट चर्च फॉर ब्वायज एंड गर्ल्स के प्राचार्य शाजी थॉमस, क्राइस्ट चर्च फॉर ब्वायज सीनियर सेकेण्ड्री स्कूल सिविल लाइंस की प्राचार्य एलएम साठे, सदस्य अतुल अनुपम इब्राहिम और एकता पीटर, क्राइस्ट चर्च जबलपुर डायसेशन स्कूल सीएमएस कंपाउंड के मैनेजर ललित सालोमन, सेंट अलॉयसियस रिमझा के वाइस चैयरमैन इब्राहिम ताज, ज्ञानगंगा आर्किड इंटरनेशनल स्कूल के सचिव भरतेश भारिल, प्राचार्य दीपाली तिवारी, क्राइस्ट चर्च सालीवाड़ा के प्राचार्य क्षितिज जैकब और मैनेजर नीलेश सिंह, चिल्ड्रन बुक डिपो के संचालक शशांक श्रीवास्तव, सूर्यप्रकाश वर्मा, श्री चैतन्य टेक्नो स्कूल धनवंतरि नगर के एडवाइजर चन्द्रशेखर विश्वकर्मा, डायरेक्टर भूपना सीमा और सुषमा श्री समेत लिटिल वर्ल्ड की सीईओ चित्रांगी अय्यर, मैनेजर सुबोध नेमा और प्राचार्य परिधी भार्गव जेल में है।
अंग्रेजी पड़ी भारी, अब पड़ेगा पढ़ाना
गिरफ्तार किए गए पुरुष आरोपितों को पूर्वी खण्ड के बुड्ढा वार्ड में रखा गया है, वहीं महिलाओं को महिला वार्ड में। जेल में महिला कैदी उच्च शिक्षित हैंं और अंग्रेजी भाषा पर पकड़ है। इस वजह से जेल प्रशासन ने महिला कैदियों को अन्य महिलाओं को अंग्रेजी भाषा पढ़ाने के लिए कहा है। शनिवार को जेल में कई आरोपितों के स्वजन भी मिलने पहुंचे।