इंदौर। औद्योगिक क्षेत्र के पास ही उद्योगों में काम करने वाले कर्मचारी व अधिकारियों को रहने के लिए बेहतर आवासीय सुविधा मिले, इस उद्देश्य को लेकर पीथमपुर के सेक्टर 7 में अभी स्मार्ट इंडस्ट्रियल टाउनशिप विकसीत की जा रही है। पीथमपुर के बाद अब इंदौर में भी इस तरह की टाउनशिप बनाई जाएगी। देपालपुर या सांवेर क्षेत्र में 1500 एकड़ की जमीन पर इसका निर्माण होगा। तीन स्थानों पर इसके लिए जमीन देखी जा रही है, इनमें से एक तय की जाएगी।
मध्य प्रदेश औद्योगिक विकास निगम (एमपीआइडीसी) द्वारा इंदौर के वर्ष 2047 के लिए विजय डाक्युमेंट में इसके लिए योजना बनाई जा रही है। इसके अलावा एमपीआइडीसी द्वारा पूर्वी व पश्चिमी रिंंगरोड पर बरलई व कनाड़िया से हरदा बायपास तक 10 – 10 किलोमीटर के क्षेत्र में नया इकानामिक कारिडोर तैयार किया जाएगा। इसमें रहवासी, व्यवसायिक से साथ मिक्स क्षेत्र शामिल किया जाएगा।
एमपीआइडीसी द्वारा अपनी आगामी योजनाओं में आईटी पार्क -5 प्रोजेक्ट के तहत एआई व डेटा सेंटर के निर्माण की भी योजना बनाई है। एमपीआइडीसी के अधिकारियों ने कलेक्टर द्वारा इंदौर के विजन डाक्युमेंट 2047 के लिए आयोजित बैठक में बताई। इस बैठक में निगमायुक्त शिवम वर्मा और निगम व आइडीए सहित अन्य विभागों के अधिकारी शामिल हुए।
15 दिन में सभी विभागों को प्रेजेंटेशन करना होंगे तैयार
बैठक में कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि इंदौर में आधारभूत संरचनाओं के विकास और जरूरत को देखते हुए बन रहा विजन डाक्यूमेंट 2047 अगले 15 दिनों में तैयार होगा। आधारभूत संरचनाओं के विकास और अन्य जरूरतों का आंकलन कर उनकी पूर्ति के लिए मास्टर प्लान की तरह विजन डाक्यूमेंट तैयार किया जाएगा। सभी संबंधित विभाग अपने-अपने स्तर पर विस्तृत रूप से तैयार कर कलेक्टर कार्यालय में प्रस्तुत करेंगे। इस संबंध में आगामी दिनों में भी बैठके आयोजित की जाएगी।
विजन डाक्यूमेंट में इन योजनाओं का होगा समावेश
शहरी लोक परिवहन व्यवस्था को विस्तारित करने, नए बस स्टैंड बनाने, बस डिपो के लिए जगह चिह्नित करने, स्वच्छता प्रबंधन, मेजर रोड तथा कनेक्टिंग रोड्स के निर्माण करने, रोड के साथ स्ट्राम वाटर लाइन डालने, ड्रेनेज लाइनों के विस्तार, उद्यानों के विकास एवं नए उद्यानों के निर्माण, स्टार्टअप पार्क बनाने, कन्वेंशन सेंटर के निर्माण, ग्रीन रिंग कॉरिडोर विकसित करने, स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स बनाने, सिटी फॉरेस्ट का विकास करने सहित एआईसीटीएसएल द्वारा सिटी बस सेवाओं के विस्तार, चारों ओर नए बस स्टैंड बनाने, नए ट्रांसपोर्ट नगर का निर्माण।