दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज वापस तिहाड़ जेल जाएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने 10 मई को चुनाव प्रचार के लिए केजरीवाल को 21 दिन की जमानत दी थी. आज उनकी जमानत की अवधि पूरी हो रही है. हालांकि केजरीवाल ने मेडिकल ग्राउंड का हवाला देते हुए एक हफ्ते की और मोहलत मांगी थी, लेकिन ट्रायल कोर्ट ने उनकी याचिका पर 5 जून तक फैसला सुरक्षित रखा है.
CM Arvind Kejriwal Tihar Jail Surrender Live Updates:
- मुख्यमंत्री ने कहा कि ईवीएम पर नजर रखें, कैंडिडेट हार भी रहा है तब भी आप वहां रुकें, यदि वीवीपैट पर्ची का मशीन से मिलान न हो तो चुनाव रद्द हो जाएगा. हमें चौकन्ना रहना है. जो एग्जिट पोल दिखाए जा रहे हैं वह फर्जी हैं.
- हमें हर एक को लड़ना पड़ेगा. ये चुनाव किसी व्यक्ति विशेष का नहीं है. यह चुनाव इस देश को बचाने के लिए है.
- सीएम ने कहा कि भगत सिंह ने कहा था कि जब सत्ता तानाशाही बन जाए तो जेल जिम्मेदारी बन जाती है. हम देश को बचाने के लिए जेल जा रहे हैं. मुझे नहीं पता ये जेल में मेरे साथ क्या करेंगे. अगर भगत सिंह फांसी पर चढ़ गए तो मैं भी फांसी पर चढ़ने के लिए तैयार हूं. मेरे शरीर का एक-एक कतरा इस देश के लिए है.
- दिल्ली सीएम ने कहा कि अगर हमने 100 करोड़ रुपए की रिश्वत ली है तो वो पैसा कहां गया? हमारे पास से तो इनको एक चवन्नी भी नहीं मिली. इनके पास कोई रिकवरी नहीं है. देश के इतिहास में सबसे ज्यादा बहुमत से आई सरकार के मुख्यमंत्री को बिना सबूत के जेल में डाल दिया गया. यही तो तानाशाही है.
- केजरीवाल ने कहा कि रात दिन 24 घंटे देश को बचाने के लिए प्रचार किया है. केवल आम आदमी पार्टी के लिए प्रचार नहीं किया, सारी पार्टियों के लिए प्रचार किया. मेरे सामने देश था, पार्टी तो सेकेंड्री है. दिल्ली से लोगों से कहना चाहता हूं कि आज आपका बेटा दोबारा जेल जा रहा है. इसलिए क्योंकि उसने आवाजा उठाने की जुर्रत की है.
- राज्यसभा सांसद ने कहा कि देश जनता है कि केजरीवाल को सिर्फ इसलिए जेल भेजा जा रहा है क्योंकि वो देश के पहले सीएम हैं जिन्होंने जनता के लिए काम किया. केजरीवाल ने 10 साल में पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी बना दिया. मोदी को एक ही व्यक्ति एक ही पार्टी से डर है.
- आम आदमी पार्टी कार्यालय में मौजूदा राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि हम सबके लिए यह भावुक समय है. 4 जून को जनता का फैसला तानाशाही को उखाड़ देगा. केजरीवाल ने आज जेल जाने से पहले गांधी जी और बजरंग बली का आशीर्वाद लिया है.
- दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कनॉट प्लेस में हनुमान मंदिर का दर्शन करने के बाद अब आम आदमी पार्टी के कार्यालय पहुंच हैं. केजरीवाल यहां पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं को संबोधित करेंगे.
- दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय ने कहा कि जिस तरह से दिल्ली के चुने हुए मुख्यमंत्री को गिरफ्तार किया गया. चुनाव प्रचार के लिए सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम जमानत दी थी. आज दिल्ली के सीएम दोबारा जेल जा रहे हैं, हमें उम्मीद है कि वे दोबारा जेल से वापस आएंगे.
- केजरीवाल ने एक्स पर अपने वापस जेल जाने की जानकारी दी है और अपने जमानत के आखिरी दिन का पूरा शेड्यूल अपने समर्थकों के साथ साझा किया है. केजरीवाल ने एक्स पर लिखा, ‘माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर मैं 21 दिन चुनाव प्रचार के लिए बाहर आया. माननीय सुप्रीम कोर्ट का बहुत बहुत आभार. आज तिहाड़ जाकर सरेंडर करूंगा.
- अरविंद केजरीवाल हनुमान मंदिर में दर्शन करने के बाद अब आम आदमी पार्टी के दफ्तर जा रहे हैं. वहां 4 बजे के करीब पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं को संबोधित करेंगे.
- दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल राजघाट पर महात्मा गांधी का श्रंद्धाजलि अर्पित करने के बाद अब कनाट प्लेस के हनुमान मंदिर पहुंचे हुए हैं. मंदिर में दर्शन पूजा करने के बाद केजरीवाल आम आदमी पार्टी के कार्यकालय जाएंगे और पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे.
- सरेंडर करने के लिए अपने घर से निकलने से पहले अरविंद केजरीवाल ने लिया अपने माता-पिता का आशीर्वाद लिया. जब वो राजघाट के लिए निकलें तो उनके साथ पत्नी सुनीता केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, सांसद संजय सिंह, संदीप पाठक, राघव चड्ढा और मंत्रियों में सौरभ भारद्वाज, आतिशी, गोपाल राय, कैलाश गहलोत और इमरान हुसैन साथ थे.
क्यों मिली थी जमानत?
केजरीवाल को 21 मार्च को ईडी ने गिरफ्तार किया था. 49 दिन जेल में रहने के बाद कोर्ट ने उन्हें लोकसभा चुनाव में प्रचार करने के लिए 1 जून तक जमानत दी थी. उनकी जमानत के दिन पूरे हो गए हैं और वे आज रविवार को सरेंडर करेंगे.
क्यों हुई थी गिरफ्तारी?
केंद्रीय जांच एजेंसी ने दिल्ली की नई आबकारी नीति के खिलाफ जांच करते हुए 21 मार्च को केजरीवाल को गिरफ्तार किया था. कई दिन ईडी कस्टडी में केजरीवाल से पूछताछ की गई और 1 अप्रैल को उन्हें न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेज दिया गया था.
केजरीवाल और आम आदमी पार्टी नेताओं ने आरोप लगाया था कि केंद्र सरकार विपक्ष की आवाज दबाने के लिए जांच एजेंसियों का इस्तेमाल कर रहे हैं. विपक्ष पार्टियों का आरोप था कि चुनाव प्रचार से रोकने के लिए बीजेपी सरकार ऐसा कर रही है. जिसके बाद 10 मई को कोर्ट ने उन्हें प्रचार करने के लिए 21 दिन की जमानत दे दी थी.