उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर की गंगनहर में तीन महीने पहले मिली एक शख्स की लाश की शिनाख्त न होने पर उसका लावारिस में अंतिम संस्कार कर दिया. वो लाश गाजियाबाद के बिल्डर की निकली, उसका कातिल उसी का दोस्त निकला. पुलिस ने इस सनसनीखेज वारदात का खुलासा किया है. हत्या में दोस्त समेत चार आरोपी शामिल थे, पुलिस ने सभी को गिरफ्तार किया है. हत्या की वजह 20 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी थी.
मृतक बिल्डर के परिजन उन्हें लगातार तलाश कर रहे थे. गाजियाबाद पुलिस भी बिल्डर की खोज में घनचक्कर बनी हुई थी. सर्विलांस से मिले क्लू ने पूरे मामले का पर्दाफाश कर दिया. घटना के खुलासे के बाद पुलिस ने राहत को सांस ली है. वहीं, मृतक बिल्डर की मौत उनके परिजन सदमे में हैं. पत्नी बेसुध है, उसे मलाल है कि वह अंतिम बार अपने पति के दर्शन भी नहीं कर पाई.
20 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी का था मामला
पुलिस के मुताबिक, गाजियाबाद के इंदिरापुरम निवासी राकेश वार्ष्णेय प्रॉपर्टी डीलर का काम करते थे. इस कारोबार में उनका दोस्त राजू उपाध्याय भी उनके साथ पार्टनर था. राकेश की मुरादाबाद में करीब 20 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी है. उसे बेचने के लिए राकेश ने उसकी पावर ऑफ अटार्नी अपने दोस्त और पार्टनर राजू के नाम कर दी थी. बड़ी रकम की प्रॉपर्टी को लेकर राजू के मन में लालच जाग गया. उसने उसे हथियाने के लिए राकेश की हत्या का प्लान बना डाला.
शराब के साथ एनेस्थीसिया की दी अधिक डोज
आरोपी राजू ने अपने दोस्त अनुज गर्ग, कृष्ण अग्रवाल और हरीश कुमार शर्मा की मदद से राकेश की हत्या कर दी. पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, आरोपी राजू ने अपने दोस्तों के साथ राकेश को पार्टी के लिए बुलाया. सभी ने मिलकर शराब पी. राजू और उसके आरोपी दोस्तों ने राकेश को पहले जमकर शराब पिलाई फिर एनेस्थीसिया की ओवरडोज दी. अत्याधिक डोज से राकेश बेहोश हो गया. आरोपी उसे एंबुलेंस से लेकर बुलंदशहर स्थित गंगनहर में फेंक आए.
सर्विलांस की मदद से किया खुलासा
देर रात तक राकेश घर नहीं पहुंचे. उनकी पत्नी ने कई बार उन्हें फोन किया लेकिन कोई संपर्क नहीं हुआ. परेशान पत्नी ने पुलिस से शिकायत की. पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर राकेश की तलाश शुरू की. इस मामले में सर्विलांस की मदद ली गई. इस बीच उन्हें राजू पर शक हुआ. उसे पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया. जब उससे सख्ती से पूछताछ की तो उसने सारा सच उगल दिया.