Breaking
अडानी से लेकर मणिपुर तक… कांग्रेस ने बताया किन मुद्दों को संसद सत्र में उठाएगी जंगल से मिला लड़के का शव…रेत दिया गया था गला, पुलिस ने दो दोस्तों से की पूछताछ, एक ने लगा ली फांसी महाराष्ट्र में प्रचंड जीत के बाद सरकार बनाने की तैयारी तेज, BJP-शिवसेना-NCP की अलग-अलग बैठकें पत्थर तो चलेंगे… संभल बवाल पर बोले रामगोपाल यादव, अखिलेश ने कहा- सरकार ने जानबूझकर कराया पाकिस्तान से जंग में तीन बंकरों को कर दिया था नेस्तनाबूद , कहानी गाजीपुर के राम उग्रह पांडेय की झारखंड: जिस पार्टी का जीता सिर्फ एक विधायक, उसने भी बोला दे दूंगा इस्तीफा गाजियाबाद: डासना मंदिर के बाहर फोर्स तैनात, यति नरसिंहानंद को दिल्ली जाने से रोका, ये है वजह गूगल मैप ने दिया ‘धोखा’… दिखाया गलत रास्ता, पुल से नदी में गिरी कार, 3 की मौत 30 लाख की नौकरी छोड़ी, UPSC क्रैक कर बने IPS, जानें कौन हैं संभल के SP कृष्ण कुमार बिश्नोई? संभल: मस्जिद के सर्वे को लेकर 1 घंटे तक तांडव… फूंक दीं 7 गाड़ियां, 3 की मौत; बवाल की कहानी

संकटमोचन हनुमान जी को किसने दिया चिरंजीवी होने का वरदान? जानें कैसे बने अमर

Whats App

मंगलवार का दिन हनुमान जी की पूजा करने और उनकी कृप पाने के लिए सबसे शुभ माना जाता है. हनुमान जी को अंजनी पुत्र, पवन पुत्र, संकटमोचन, राम भक्त, बजरंगबली और महाबली जैसे कई नामों से जाना जाता है. इन सभी नामों के साथ ही भगवान हनुमान को चिरंजीवी भी कहा जाता है. चिरंजीवी का अर्थ है, अजर-अमर. धार्मिक मान्यता है कि एकमात्र वही ऐसे भगवान हैं जो आज भी पृथ्वी पर सशरीर मौजूद हैं. धरती पर मौजूद होकर वे आज भी अपने भक्तों की परेशानियां सुनते हैं और उनके संकटों को दूर करते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि बजरंगबली को चिरंजीवी होने का वरदान किसने दिया? आइए जानते हैं इससे जुड़ी एक रोचक कथा के बारे में.

हनुमान जी को अमर होने का वरदान किसने दिया?

पौराणिक ग्रंथों के अनुसार, जब रावण ने देवी सीता का हरण कर लिया था, तब प्रभु श्रीराम ने महाबली हनुमान को माता सीता की खोजने के लिए लंका भेजा था कि सीता परेशान हा हों, वे उन्हें वहां से जल्द वापस लेने आएंगे. प्रभु राम की आज्ञा का पालन करते हुए पवन पुत्र लंका पहुंचे. उस समय माता सीता अशोक वाटिका में रह रही थीं.

Whats App

हनुमान जी ने माता सीता को यह विश्वास दिलाया कि जल्द ही प्रभु श्रीराम उनको यहां से ले जाएंगे. इसके साथ ही भगवान हनुमान राम जी की अंगूठी माता सीता को भेंट की. उनकी इस बात को सुनकर और प्रभु राम की अंगूठी देखकर माता सीता को विश्वास हो गया कि वे प्रभु राम के द्वारा ही भेजे गए हैं.

हनुमान जी के हृदय में भगवान राम के लिए अपार प्रेम और भक्ति देखकर माता सीता उनसे प्रसन्न हुईं और फिर उन्होंने राम भक्त हनुमान जी को हमेशाके लिए अजर अमर होने का वरदान दिया. हनुमान जी के चिरंजीवी होने को लेकर कई पौराणिक कथाएं प्रचलित हैं, जिनका अपना-अपना महत्व है.

अडानी से लेकर मणिपुर तक… कांग्रेस ने बताया किन मुद्दों को संसद सत्र में उठाएगी     |     जंगल से मिला लड़के का शव…रेत दिया गया था गला, पुलिस ने दो दोस्तों से की पूछताछ, एक ने लगा ली फांसी     |     महाराष्ट्र में प्रचंड जीत के बाद सरकार बनाने की तैयारी तेज, BJP-शिवसेना-NCP की अलग-अलग बैठकें     |     पत्थर तो चलेंगे… संभल बवाल पर बोले रामगोपाल यादव, अखिलेश ने कहा- सरकार ने जानबूझकर कराया     |     पाकिस्तान से जंग में तीन बंकरों को कर दिया था नेस्तनाबूद , कहानी गाजीपुर के राम उग्रह पांडेय की     |     झारखंड: जिस पार्टी का जीता सिर्फ एक विधायक, उसने भी बोला दे दूंगा इस्तीफा     |     गाजियाबाद: डासना मंदिर के बाहर फोर्स तैनात, यति नरसिंहानंद को दिल्ली जाने से रोका, ये है वजह     |     गूगल मैप ने दिया ‘धोखा’… दिखाया गलत रास्ता, पुल से नदी में गिरी कार, 3 की मौत     |     30 लाख की नौकरी छोड़ी, UPSC क्रैक कर बने IPS, जानें कौन हैं संभल के SP कृष्ण कुमार बिश्नोई?     |     संभल: मस्जिद के सर्वे को लेकर 1 घंटे तक तांडव… फूंक दीं 7 गाड़ियां, 3 की मौत; बवाल की कहानी     |