मुंबई हिट एंड रन केस में बड़ा खुलासा हुआ है. हादसे के वक्त शिवसेना लीडर राजेश शाह का बेटा मिहिर गाड़ी चला रहा था. हादसे के बाद महिर ने पिता के कहने पर तत्काल ड्राइविंग सीट से उतर कर साइड वाली सीट आ गया था. इसके बाद उसने ड्राइवर राजऋषि बीदावत को ड्राइविंग सीट पर बैठा दिया. यही नहीं, उसने तत्काल गाड़ी पर लगे पार्टी के सिंबल और झंडे को उतार दिया और थोड़ी ही देर बाद मौके से फरार हो गया था. उसकी फरारी में भी पिता राजेश शाह का हाथ होना पाया गया है.
पुलिस के मुताबिक मिहिर को फरार कराने की योजना खुद राजेश शाह ने ही बनाई थी. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है. रविवार की सुबह हुए इस हादसे में बीएमडब्ल्यू कार में सवार मिहिर शाह ने बाइक पर सवार होकर जा रहे एक दंपति को टक्कर मार दी थी. इस हादसे में महिला की तो मौके पर ही मौत हो गई, वहीं उसका पति गंभीर रूप से घायल होकर अस्पताल में भर्ती है. पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो पता चला कि कार शिवसेना लीडर राजेश शाह का बेटा मिहिर शाह चला रहा था.
राजेश शाह को मिल चुकी है जमानत
वह घटना के बाद से ही फरार है. हालांकि इस मामले में पुलिस ने राजेश शाह को अरेस्ट भी किया था, लेकिन सोमवार को उन्हें जमानत दे दी गई. मामले की जांच के दौरान पुलिस को पुख्ता इनपुट मिले हैं कि राजेश शाह ने ही अपने बेटे को फरार कराया है. हादसे के तुरंत बाद मिहिर ने पिता राजेश शाह को फोन किया था. उन्हें घटना की जानकारी दी थी और बचा लेने की गुहार लगाई थी. इसके बाद राजेश शाह ने एक साजिश के तहत उसे तत्काल अपनी सीट पर ड्राइवर को बैठाने को कहा.
नाबालिग है आरोपी मिहिर शाह
इसी के साथ गाड़ी पर लगे शिवसेना के स्टीकर और झंडे को उतार देने को कहा. दूसरी बार बात करते हुए राजेश शाह ने महिर को फरार हो जाने को कहा. इसके लिए भी खुद राजेश शाह ने ही जरूरी इंतजाम किया था. पुलिस के मुताबिक चूंकि मिहिर नाबालिग है. ऐसे हालात में खुद का गला फंसते देख राजेश शाह ने यह साजिश रची थी. योजना बनाई थी कि इस हादसे की पूरी जिम्मेदारी ड्राइवर पर डालकर खुद बच निकले. इस हादसे के बाद राजेश शाह ने अपनी बीएमडब्ल्यू कार को भी नष्ट करने को कहा था.
राजेश शाह ने की थी कार को नष्ट करने की कोशिश
हालांकि ऐसा करने से पहले मौके पर भीड़ जमा हो गई और आरोपी मिहिर ऐसा नहीं कर पाया. हादसे के बाद आरोपी वेस्ट एक्सप्रेस से आगे बढ़ते हुए बांद्रा कलानगर के बीच रुकी ट्रेन को देखकर कार छोड़ दिया और ट्रेन में सवार हो गया था. बाद में खुद राजेश शाह ने उस स्थान पर पहुंच कर अपनी कार नष्ट करने की कोशिश की. पुलिस को आशंका है कि राजेश शाह ने इस कार को कहीं छिपाने की भी कोशिश की थी. हालांकि ऐन वक्त पर पुलिस के आ जाने से उसकी योजना विफल हो गयी.