गरियाबंद : छत्तीसगढ़ के गरियाबंद में दहेज के लोभियों ने दुल्हन के दरवाजे से बिना शादी किए ही बारात लौटा दी। आरोप है कि दहेज में सोने की चेन न मिलने से नाराज दूल्हे ने सादी से इंकार कर दिया इसके बाद बिना शादी किए ही बारात लेकर वापस लौट गया। हाथों में मेहंदी रचाए दुल्हन खुद को ठगी सा महसूस कर रहे हैं। इसके बाद दुल्हन परिवार ने गरियाबंद थाना में जाकर शिकायत दर्ज कराई है। साथ ही गरियाबंद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर अपना आवेदन सौंपा है। मामला सीटी कोतवाली थाना गरियाबंद के रावण भाटा डागबंगला का है। दुल्हन और उनकी मां का रो-रोकर बुरा हाल है।
दुल्हन और उसके परिजनों ने बताया कि नगर के डाक बंगला में कुलदीप परिवार में 2 दिन पहले शादी का आयोजन था। बारात छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के दल्लीराजहरा के रहने वाले दूल्हा अनिल गंधर्व के परिजन बारात लेकर पहुंचे थे। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार शाम को बाजे गाजे के साथ बारात निकली, दुल्हा के परिजन काफी नाचते गाते विवाह स्थल तक पहुंचे थे।
लेकिन शादी के पहले बारात स्वागत को लेकर विवाद और इसके बाद वरमाला के समय हल्के फुल्के कम कीमत के वरमाला की बात कहते हुए सोने की चेन व अन्य दहेज के सामान मांगने की बात पर विवाद बढ़ता गया और अंततः बारात देर रात वापस चली गई।
हालांकि दुल्हन और उसके परिजन इस घटना की शिकायत रात में ही गरियाबंद थाना में दी और दूसरे दिन दोपहर को गरियाबंद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित तुकाराम काम्बले को भी लिखित आवेदन देते हुए कार्यवाही की मांग की है। पुलिस अधीक्षक ने भी तत्काल कार्यवाही का निर्देश दिया है। इस संबंध में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जितेंद्र चंद्राकर से बात करने पर वे कहते हैं शिकायत आवेदन प्राप्त हुआ है विवेचना जारी है।
खास बात यह कि दुल्हन परिवार ने दहेज में देने के लिए वाशिंग मशीन, रेफरीजरेटर के साथ साथ और भी कीमती सामान खरीद रखा था। लेकिन दहेज के लोभी आज भी इस समाज को कलंकित करने से बाज नहीं आते।