जबलपुर। जबलपुर में नगर निगम में बजट पर शांतिपूर्वक चल रही चर्चा के दौरान कांग्रेस पार्षद हीरा शफीक कुछ वार्ड में कचरे के ढेर की फोटो खींचकर उसकी फाइल बनाकर लगाए थे। अव्यवस्था बताते हुए इसके प्रमाण स्वरूप फोटो की फाइल सदन अध्यक्ष, महापौर और निगम अधिकारी को सौंपी। इस पर भाजपा पार्षद जीतू ठाकुर ने छायाचित्र की फाइल के पेज को पलटने के लिए थूक का उपयोग होने का आरोप लगाया।
भारत माता मंदिर निर्माण का मामला भी गूंजा
सदन में हो-हल्ला इतना बढ़ गया कि कुछ देर के लिए सदन की बैठक को स्थगित करना पड़ा। मामले ने तूल उस समय पकड़ा जब चर्चा के दौरान भारत माता मंदिर के निर्माण को लेकर कांग्रेस पार्षद दल के सचेतक अयोध्या तिवारी ने सत्ता पक्ष पर गुपचुप काम करने का आरोप लगाया। इसका महापौर जगत बहादुर अन्नू सहित भारतीय जनता पार्टी के पार्षदों ने विरोध किया।
यह भी महत्वपूर्ण रहा…
- नगर विकास हित में विपक्ष के प्रत्येक सुझाव का महापौर ने स्वागत किया। विकास के मुद्दे पर इंदौर की तरह विपक्ष का समर्थन और साथ मांगा।
- महापौर ने कहा कि फ्लाइओवर और फोर लेन सड़क जैसे विकास के मुद्दे पहले उठाए थे। मदनमहल फ्लाइओवर बनता देखकर खुशी होती है।
- पार्षद मनीष पटेल ने मृत गोवंश उठाने लगने वाले शुल्क का मामला उठाया था। इस पर उचित व्यवस्था बनाने पर महापौर ने सहमति दी।
- एम्स जैसे संस्थान की स्थापना का महापौर ने समर्थन किया। निजी चिकित्सा व शिक्षा संस्थान की स्थापना के लिए भूमि उपलब्ध कराएंगे।
- 12 लाख पौधारोपण के कार्ययोजना की विस्तार से जानकारी दी। प्रत्येक पार्षद के साथ मिलकर पौधारोपण के लक्ष्य को प्राप्त करने की बात कही।
मूर्ति को आकार देने को गुपचुप कहने पर आपत्ति
निविदा प्रक्रिया के माध्यम से निर्माण होने की बात कही। मूर्ति को आकार दिए जाने के कार्य को गुपचुप कहने पर घोर आपत्ति व्यक्त की। इस दौरान मंदिर निर्माण की प्रगति को लेकर महापौर और सचेतक के मध्य सीधे आरोप-प्रत्यारोप हुए। समर्थक पार्षद विरोध में नारे लगाने लगे। कुछ देर स्थगित रहने के बाद पुन: बजट पर चर्चा हुई। बीच-बीच में टोका-टोकी और हल्की नोकझोंक के साथ बजट में अपेक्षाकृत शांतिपूर्वक चर्चा हुई।
सख्त शब्दों में कहा-युवा कांग्रेस वाली वर्किंग नहीं चलेगी
बुधवार को बजट पर चर्चा के आरंभ में महापौर ने अपनी बात रखी। उन्होंने कांग्रेस पार्षदों के काली पोषक पहनकर और पोस्टर लेकर आने पर आड़े हाथ लिया। विपक्ष के कृत्य को अमर्यादित और स्थिति को चिंताजनक बताया। कहा कि सदन की गरिमा के विरुद्ध कोई शब्द नहीं सुनेंगे। महापौर ने नरम लहजे में सख्त शब्दों में कहा कि यहां युवक कांग्रेस वाली वर्किंग नहीं चलेगी। हम भी चाहे तो युवा मोर्चा की वर्किंग कर सकते हैं।
समस्या पर चर्चा अमर्यादित कैसे हो सकती है
कचरा एकत्रीकरण के लिए चार सौ गाड़ियां सड़क पर है। कहीं कोई अव्यवस्था नहीं है। इसका नेता प्रतिपक्ष अमरीश मिश्रा ने पुरजोर विरोध किया। उन्होंने कहा कि चार दिन पहले विपरीत स्थिति थी। कचरा नहीं उठा रहा था। एक सप्ताह से जनता परेशान थी। पार्षद आक्रोशित थे। कोई समस्या आएगी तो सदन में रखी जाएगी। समस्या पर चर्चा अमर्यादित कैसे हो सकती है।
राष्ट्रध्वज के अपमान का आरोप
कांग्रेस पार्षद अनुपम जैन चर्चा के दौरान ग्वारीघाट स्थित प्रदेश के सबसे ऊंचे राष्ट्रध्वज के अपमान का आरोप लगाया। कहा कि तेज हवा में ध्वज को क्षति पहुंचती है। वर्तमान स्थिति आहत करने वाली है। इस पर महापौर ने कहा कि राष्ट्रध्वज का पूरा सम्मान सुनिश्चित किया जाता है। पार्षद के दावे पर निगम अध्यक्ष रिंकूज विज ने हस्तक्षेप करते स्वयं, महापौर के साथ जाकर स्थिति के निरीक्षण की बात कही।
ड्राइवर की कमी का नए बजट में समाधान
कांग्रेस पार्षद ने स्ट्रीट लाइट बंद होने पर ड्राइवर की कमी की शिकायत का नए बजट में समाधान होने की आशा व्यक्त की। रमनगरा में जलसंकट और निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। रामपुर छापर, रीवा कालोनी, शाहनाला एवं आसपास के क्षेत्र में पेयजल की आपूर्ति के लिए लाइन और टंकी के निर्माण की मांग रखी। उद्यान अधिकारी की कार्यप्रणाली पर तंज कसा।
जब दोनों पक्षों में कहासुनी, शोरगुल हुआ…
- कांग्रेस पार्षद हीरा शफीक कुछ वार्ड में कचरे के ढेर की फोटो की फाइल बनाकर लगाए थे। इसके प्रमाण स्वरुप फोटो की फाइल सदन अध्यक्ष, महापौर और निगम अधिकारी को सौंपे। इस पर भाजपा पार्षद जीतू ठाकुर ने छायाचित्र की फाइल के पेज को पलटने के लिए थूक का उपयोग होने का आरोप लगाया।
- नेता प्रतिपक्ष मिश्रा ने कहा कि नगर निगम का बजट 15 अरब रुपये का है, लेकिन वेतन के लाले है। अतिक्रमण शाखा के कर्मियों के वेतन की फाइल गायब है। आउट सोर्स कर्मी वेतन का समय पर भुगतान नहीं होने से परेशान है। 70 सफाईकर्मी घर में बैठे हैं उनका वेतन निकल रहा जो 40 काम कर रहे उन्हें नहीं मिला।
- कचरा उठवाने को लेकर सत्ता और विपक्ष के दो पार्षदों के बीच नोंक-झोंक हुई। भाजपा पार्षद दामोदर सोनी ने पार्षद हीरा शफीक पर असम्मानजनक शब्दावली के उपयोग का आरोप लगाया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि अधिकारी किसी के नहीं होते। सत्ता पक्ष से कहा गैरजिम्मेदार अधिकारियों का बचाव मत करिए।