शहडोल: शहडोल जिला मुख्यालय में नगरपालिका का दोहरा चेहरा देखने को मिला, जहां नगरपालिका द्वारा शहर के हृदय स्थल कहे जाने वाले राजेंद्र टॉकीज के सामने स्थित केवल चार दुकानों पर लगे शेड पर बुलडोजर चला कर इति श्री कर लिया, जबकि वही से लगे अन्य दुकानों सहित शहर में ऐसे सैकड़ों दुकानें आज भी मौजूद है जहां शेड लगे है लेकिन नपा इस ओर कार्यवाही नहीं कर रहा, नपा के इस दोहरी नीति वाली कार्यवाही से लोगों में काफी रोष है, वही शेड अतिक्रमणमुक्त कार्यवाही करने पहुंचे नपा के कर्मचारियों का कहना था कि सीएम हेल्पलाइन की शिकायत पर केवल चार दुकानों पर ही शेड अतिक्रमणमुक्त कार्यवाही की गई।
आदिवासी बाहुल्य शहडोल जिला मुख्यालय स्थित राजेंद्र टॉकीज के सामने स्थित 4 छोटी पान दुकान व डेरी नीड्स दुकान पर ही नगरपालिका का बुलडोजर चला कर दुकान में लगे शेड को तोड़ दिया, हैरत की बात यह रही कि अतिक्रमणमुक्त कार्यवाही करने गए नगरपालिका का अमला दुकान में मौजूद दुकानदारों की मौजूदगी में तोड़ फोड किया। इस दौरान दुकान दारो के जान का खतरा बना रहा, जिस छोटी दुकान से दुकानदार अपना व अपने परिवार का पालन पोषण करते थे। उसे बर्बाद कर दिया दुकान में रखा सामान पूरी तरह से खराब हो गया, जिस तरह से नपा अमला ने केवल चार दुकानों को ही टारगेट कर शेड तोड़ा है। उससे नपा के इस कार्यवाही पर सवाल खड़ा कर दिया, जबकि जिस स्थल पर केवल चार दुकानों पर बुल्डोजर चला वही से लगे शराब दुकान सहित शहर के सैकड़ों दुकानों के शेड लगे है लेकिन नपा उस ओर कार्यवाही नहीं कर रहा है।
शेड अतिक्रमणमुक्त कार्यवाही का शिकार हुए दुकानदार हुन्दराज आसवानी का आरोप है कि उनके साथ ज्यादती हुई है। इस भरी बरसात में उनकी बस दुकानों का शेड तोड़ा गया है, जबकि पूरे शहर की दुकानों में शेड लगे हुए है। लेकिन उन पर कार्यवाही नहीं कर रहे है। वही इस पूरे मामले में अतिक्रमणपुक्त कार्यवाही कराने पहुंचे नपा के ARI राम चरण का कहना है कि सीएम हेल्पलाइन में हुई शिकायत के आधार पर केवल चार दुकानों के शेड हटवाने की कार्यवाही नपा के अधिकारियों के कहने पर की गई है।
बहरहाल मामला चाहे जो भी हो लेकिन नगरपालिका शहडोल के सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत पर केवल चार दुकानों पर बुल्डोजर चला कर मुस्तैदी से की गई कार्यवाही की पूरे शहर में चर्चा है। अब देखना यह दिलचस्प होगा कि शहर में लगे ऐसे सैकड़ों दुकान जिन पर आज भी शेड लगे है उन पर भी नपा का बुल्डोजर चलेगा या फिर उन्हें इसे ही अभयदान दिया जाएगा, यह एक बड़ा सवाल है।