ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर के फर्जी सर्टिफिकेट सहित अन्य विवाद को लेकर यूपीएससी की सर्टिफिकेट सिस्टम पर सवाल उठ रहे हैं. कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने यूपीएएस की परीक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा किया है और इसकी प्रक्रिया को लेकर मोदी सरकार पर तंज कसते हुए कई सवाल पूछे हैं. उन्होंने सर्टिफिकेट सिस्टम में गड़बड़ी को अभ्यर्थियों के हित पर चोट करार दिया है.
प्रियंका गांधी वाड्रा ने शनिवार को एक्स पर ट्वीट कर मोदी सरकार पर हमला बोला है और यूपीसीएस से जुड़े कई सवाल पूछे हैं. प्रियंका गांधी ने कहा कि यूपीएससी देश की सबसे नामी गिरामी एग्जाम है और इस परीक्षा को पास करने वाले लोग शासन व्यवस्था के सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति होते हैं. देश के करोड़ों लोगों का भरोसा और हमारे रोजमर्रा के शासन-प्रशासन का कामकाज इस संस्था की पेशेवर प्रणाली से जुड़ा है.
परीक्षा प्रक्रिया में गड़बड़ी हैरान करने वाली
उन्होंने कहा कि मैंने खुद देखा है कि इस परीक्षा के लिए युवा कितनी मेहनत, आंखों में ढेर सारे सपने लिए और दिल में लगन के साथ तैयारियां करते हैं. यूपीएससी परीक्षा की प्रक्रियाओं में गड़बड़ी की खबरें बहुत हैरान करने वाली हैं. इस महत्वपूर्ण चयन प्रक्रिया में हुई एक भी गड़बड़ी बड़े सवाल खड़े करती है और लाखों युवाओं के सपनों और उनके विश्वास पर चोट करती है.
प्रियंका गांधी ने पूछे कई सवाल
प्रियंका गांधी ने यूपीएससी परीक्षा की प्रक्रिया में गड़बड़ी को लेकर कई सवाल पूछे हैं. उन्होंने कहा कि जरूरी है कि इन सवालों का जवाब जनता और UPSC की तैयारी करने वाले युवाओं को मिले-
- क्या इसके लिए UPSC के उच्च पदों पर राजनीतिक नियुक्तियों से आए लोग जिम्मेदार हैं? यदि हां तो उन पर कार्रवाई कब?
- जिस सिस्टम में एक-एक नंबर के चलते उच्च स्तर का कम्पटीशन होता है, उसमें क्या केवल सतही तौर पर जांच करके पल्ला झाड़ना उचित है?
- नकली सर्टिफिकेट का सिस्टम SC, ST, OBC, विकलांग व EWS वर्ग के अभ्यर्थियों को मिलने वाले मौके पर चोट करता है. क्या सर्टिफिकेट जांचने की कोई ठोस संस्थागत प्रणाली विकसित नहीं की जा सकती?
- UPSC प्रणाली को और अधिक पारदर्शी व प्रामाणिक बनाने के लिए बदलावों की सख्त जरूरत है, क्या इस पर विचार नहीं किया जाना चाहिए.
- UPSC से जुड़े सवाल इस देश के शासन-प्रशासन के प्रति भरोसे और हमारे करोड़ों युवाओं के सपनों से जुड़े सवाल हैं. इस पर सरकार से जवाब आना जरूरी है.