पूरे देश में नीट एग्जाम लीक होने को लेकर हंगामा मचा हुआ था, जिसके बाद अब देश में CSIR नेट एग्जाम 25 से 27 जुलाई तक आयोजित किए जा रहे हैं. इस एग्जाम में पेपर लीक जैसी कोई घटना सामने न आए इस चीज को लेकर सरकार सतर्क हो गई है. इसी बीच आज यानी 26 जुलाई को उत्तर प्रदेश पुलिस ने पेपर लीक करने वाले बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया और सर्च ऑपरेशन चलाया. इस ऑपरेशन में एग्जाम में हुई धांधली सामने आई, बाहर से पेपर हल कराया जा रहा था, जिसके चलते पुलिस ने नकल कराने के आरोप में एक शख्स को गिरफ्तार भी किया है.
पुलिस को हुआ लैपटॉप बरामद
पुलिस महानिदेशक अमिताभ यश ने जानकारी देते हुए बताया कि सूचना के आधार पर मेरठ के नेट के एग्जामिनेशन सेंटर सुभारती यूनिवर्सिटी में एसटीएफ ने एक सर्च अभियान चलाया. सर्च के दौरान एग्जामिनेशन लैब के सर्वर रूम से लोकल एरिया नेटवर्क के जरिए एक्स्ट्रा एडमिन कंप्यूटर मिला और सर्वर रूम में दो लैपटॉप बरामद किए गए. इन लैपटॉप में एनी डेस्क रिमोट एक्सेस टूल मिला.
बाहर से कराया जा रहा था पेपर हल
इसके साथ ही एसटीएफ की टीम को अपने सर्च ऑपरेशन में एग्जाम कराने वाले कर्मचारी से एक मोबाइल मिला. मोबाइल में चार अभ्यर्थियों के नाम रोल नंबर और उनके सिस्टम का IP भी टीम के हाथ लगा. पुलिस की जांच में सामने आया कि इस IP को सेंटर के बाहर एक व्यक्ति को शेयर किया गया था. जिससे की इन अभ्यर्थियों का स्क्रीन शेयर किया गया था. इनके पेपर को बाहर से सॉल्वर द्वारा हल किया जा रहा था . 25 जुलाई को पहले दिन राजस्थान के पाली में हुए एग्जाम में 11 अभ्यर्थी के नाम मोबाइल के डिलीट फाइल से मिले हैं. इस मामले में जांच अभी जारी है.
STF टीम को मिली थी जानकारी
मेरठ एसटीएफ को एक जानकारी मिली थी कि सुभारती यूनिवर्सिटी में नेट का एग्जामिनेशन सेंटर है और वहां पर हो रहे ऑनलाइन एग्जाम में कुछ छात्रों के पेपर को स्क्रीन शेयर करके सॉल्व करने की कोशिश की जा रही है इसके बाद मेरठ एसटीएफ की एक टीम सुभारती विश्वविद्यालय पहुंची और वहां पर सर्च ऑपरेशन चलाया. सर्च ऑपरेशन में यूपी एसटीएफ को यूनिवर्सिटी कैंपस के अंदर बने एग्जामिनेशन लैब के सर्वर रूम से लोकल एरिया नेटवर्क के जरिए एक्स्ट्रा एडमिन कंप्यूटर ऐड हुआ मिला.
पुलिस ने एक शख्स को किया गिरफ्तार
यूपी एसटीएफ ने इस मामले में सुभारती विश्वविद्यालय के अंदर बने ऑनलाइन एग्जामिनेशन सेंटर के एडमिनिस्ट्रेशन इंचार्ज अरुण को गिरफ्तार किया है इसके साथ ही एसटीएफ ने उन चार अभ्यर्थियों को भी हिरासत में लिया है जिनके रोल नंबर और आईपी एड्रेस मोबाइल में मिले थे. यूपी STF पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है कि आखिर और कितने अभ्यर्थियों के पेपर आरोपी सॉल्व करने की तैयारी में था. साथ ही एक अभ्यर्थी से पेपर सॉल्व करने के लिए आरोपी ने कितने पैसे लिए थे इस की भी जांच की जा रही है.