बीजेपी मुख्यालय में मुख्यमंत्री परिषद की शनिवार को पहले सत्र की बैठक हुई. इस बैठक की पीएम मोदी ने अध्यक्षता की. बीजेपी के मुख्यमंत्रियों के साथ पीएम मोदी की यह बैठक करीब 3.30 घंटे चली. इस बैठक में 13 बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और 3 एनडीए शासित राज्यों के उप मुख्यमंत्रियों ने शिरकत की. इन सभी मुख्यमंत्रियों ने अपने-अपने राज्यों में किए जा रहे अच्छे कामों और केंद्रीय योजनाओं को बेहतर ढंग से लागू करने को लेकर प्रेजेंटेशन दी.
बैठक में सरकार और संगठन के बीच बेहतर कोआर्डिनेशन पर जोर दिया गया. साथ ही केंद्रीय योजनाओं को स्मूथ तरीके से लागू करने पर जोर दिया गया. बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव और हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव पर मौजूद डेटा का हवाला देते हुए मुख्यमंत्रियों की तारीफ की और उन का मनोबल बढ़ाया. पीएम मोदी ने कहा, पार्टी ने लोकसभा और विधानसभा दोनों ही चुनाव में बहुत अच्छा परफॉर्म किया और किसी भी तरह से मन छोटा करने की जरूरत नहीं है.
सांस्कृतिक महत्व के स्थलों को लेकर चर्चा
बैठक में दी गई प्रेजेन्टेशन में बताया गया कि अयोध्या, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, उज्जैन महाकाल कॉरिडोर के तर्ज पर अन्य राज्यों में भी धार्मिक और सांस्कृतिक उत्थान के कार्यक्रमों को लागू करने पर जोर देना चाहिए. इसके लिए सभी राज्य को अपने-अपने क्षेत्रों में योजना बनाकर प्राचीन और सांस्कृतिक महत्व के स्थलों की मरम्मत कर उन्हें दोबारा स्थापित करवाने की कोशिश करनी चाहिए.
त्रिपुरा-असम सरकार की हुई तारीफ
बैठक में त्रिपुरा सरकार के “गवर्नमेंट एट योर डोर स्टेप ” कार्यक्रम की सराहना की गई और इस को अन्य राज्यों को फॉलो करना चाहिए इस बात पर भी जोर दिया गया. बैठक में असम सरकार की सरकारी रोजगार देने की स्कीम की भी प्रशंसा की गई, साथ ही बताया गया कि किस तरह योजनाबद्ध तरीके से असम ने पिछले सालों में 1 लाख नौकरियां दी गई है.
सीएम योगी ने दी प्रेजेंटेशन
इस बैठक में बिहार सरकार द्वारा अवैध माइनिंग पर नकेल कसने की प्रशंसा हुआ और उसकी सफलता को मॉडल बताया गया और कहा गया कि इसको अन्य राज्यों को भी फॉलो करना चाहिए. यूपी सरकार की तरफ से सीएम योगी ने अपनी दो योजनाओं पर प्रेजेंटेशन दी. पहला ग्राम सचिवालय का डिजिटलाइजेशन और दूसरा वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी को लेकर प्रेजेंटेशन और राज्य के लिए विकास का मिशन सामने रखा.
पेड़ मां के नाम कार्यक्रम की तारीफ
मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में एक “पेड़ मां के नाम” कार्यक्रम की सफलता और उसको आगे बढ़ाने पर जोर दिया गया. साथ ही कहा गया कि ये एक ऐसी योजना है जिसके जरिए लोगों के बीच पहुंचने का मौका भी होता है साथ ही धरती माता की सेवा भी होती है. बैठक में गवर्नेंस में इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी को भरपूर इस्तेमाल करने और एनआईसी के पैटर्न को समूचे राज्यों में लागू करने पर भी बल दिया गया.