ट्रेन में सफर के दौरान यात्रियों की मदद को रेलवे विभाग तैयार रहता है. रेल मदद एप, हेल्पलाइन नंबर और सोशल मीडिया प्लेटफार्म के जरिए यात्रियों की मांगी गई इमरजेंसी डिमांड को पूरा किया जाता है. अधिकतर यात्रियों की मदद में दूध, दवाएं, डॉक्टरों की सलाह और बच्चों के डायपर शामिल होते हैं. लेकिन एक महिला यात्री की मांगी गईं मदद से रेलवे के अधिकारी हैरान रह गए. हालांकि, रेलवे द्वारा महिला की मदद की गई.
महिला यात्री ने रेलवे एप पर अपनी साड़ी का पल्लू सही करने के लिए सेफ्टी पिन की मांग की थी. रेलवे ने उसको सेफ्टी पिन उपलब्ध करवाई, लेकिन इस बीच विभागीय अधिकारी असमंजस की स्थिति में पड़े रहे. सेफ्टी पिन रेलवे के किस डिपार्टमेंट से मिलेगी? इसको लेकर विभाग में काफी समय तक पूछताछ होती रही. उधर, सेफ्टी पिन पाकर महिला यात्री ने रेलवे का आभार जताया.
दिल्ली से मडगांव जा रही थी महिला
मामला मध्य प्रदेश के रतलाम रेलवे स्टेशन का है. रेलवे के मुताबिक, दिल्ली के निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से ट्रेन संख्या 22414 से एक महिला यात्री गोवा के मडगांव जाने के लिए बैठी थी. सफर के बीच महिला की साड़ी का पल्लू बिगड़ गया. उसे सही करने के लिए महिला ने रेलवे एप की मदद ली. महिला ने एप के जरिए सेफ्टी पिन की डिमांड रेलवे से की. इसके लिए महिला यात्री ने एप पर सेफ्टी पिन कला फोटो भी अपलोड किया. महिला की डिमांड की जानकारी रेलवे अधिकारियों को हुई. वह महिला की डिमांड को देख हैरान रह गए.
सेफ्टी पिन की डिमांड पर हैरान हुए अधिकारी
रेलवे के एक अधिकारी के मुताबिक, अक्सर यात्रियों द्वारा दूध, नैपकीन, डायपर, दवाएं और चिकित्सा मदद मांगी जाती है. इन्हें पूरा करने के लिए विभाग हर समय सभी सामानों का स्टाक रखता है. डॉक्टरों के जरिए भी यात्रियों की मदद की जाती है. जब उन्हें सेफ्टी पिन की डिमांड आई तो वह इसको लेकर हैरान रह गए. दरअसल, रेलवे में सेफ्टी पिन मांगे जाने का यह पहला मामला था.
उपलब्ध कराई सेफ्टी पिन
विभाग के अधिकारी सेफ्टी पिन को लेकर असमंजस में पड़ गए. सेफ्टी पिन किस विभाग में मिलेगा इसके लिए अधिकारियों ने एक दूसरे से संपर्क किया. बाद में यह मामला रेलवे के वाणिज्य विभाग को भेजा गया. रतलाम रेलवे स्टेशन पर महिला यात्री को सेफ्टी पिन उपलब्ध करा दी गई, जिसे पाकर वह खुश हो गई.